फिर निकाली जाएगी दफन लाश… ग्रामीण की संदिग्ध मौत का मामला

Dead body in a mortuary

[highlight color=”orange”]मामले में नया मोड़[/highlight]
[highlight color=”blue”]पीडि़ता पुत्री ने सरपंच पति पर लगाया हत्या का आरोप[/highlight]

[highlight color=”black”]रायगढ[/highlight]  [highlight color=”red”]सारंगढ़ से गोल्डी कुमार[/highlight]

सरिया थाना के लूकापारा की रहने वाली किशोरी के द्वारा ग्राम पंचायत के सरपंच पति पर अपने पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस कप्तान से लिखित शिकायत करके पूरे मामले की जांच की मांग को नवपदस्थ पुलिस कप्तान श्री मिंणा ने गंभीरता से लेते हुए पीडि़ता के पिता के शव को खुदवाकर पीएम कराने तथा जांच के  निर्देश दिये है। एसडीएम सारंगढ़ ने भी इस मामले में सहमति व्यक्त की है।
उल्लेखनीय रहे किथाना सरिया के ग्राम लुकापारा निवासी संतोष कर्ष पिता शिवचरण कर्ष उम्र 40 वर्ष की  गत 21 जुलाई को सुबह मृत्यु होने पर गांव में कफ न-दफ न किया गया। 24 जुलाई को मृतक की लडकी ने थाना सरिया में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके पिता की मृत्यु  सरपंच पति अरूण शर्मा एवं उसके साथियों के मारपीट करने से हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक संतोष कुर्रे की लडकी उम्र करीब 17 वर्ष के साथ एक वर्ष पूर्व सरपंच पति छेड़छाड़ किया था, बालिका घटना की रिपोर्ट नहीं करना चाहती थी, किन्तु  बालिका का पिता सरपंच पति अरूण शर्मा के खिलाफ  थाना में रिपोर्ट करना चाहता था, इसी बात पर इनमें रंजीश था, करीब दो माह पूर्व अरूण शर्मा और संतोष कर्ष के मध्य इसी बात को लेकर झगडा मारपीट हुये थे, अरूण शर्मा के रिपोर्ट पर संतोष कुर्रे के विरूद्ध थाना प्रभारी सरिया द्वारा धारा 151 के तहत कार्यवाही की गई थी, इस मामले में संतोष कुर्रे जेल भी गये थे, जेल से आने के बाद संतोष कुर्रे  की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई और  जिसका अंतिम संस्कार कर शव को परिजनों ने कफ न -दफ न किया था। वहीं मृतक की पुत्री का आरोप था कि उसकी जानकारी के बगैर सरपंच पति के दबाव में आकर उसके पिता के शव को दफना दिया गया है और इस शव का परिक्षण करने पर पुरे मामले का खुलासा हो सकता है।

पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम सारंगढ से इस संबंध में चर्चा की और मृतक के शव को तहसीलदार की निगरानी में गुखवाने के बाद उसके पीएम कराने तथा नये सिरे से जांच करने के निर्देश दिये है। यहां यह बताना भी समिचिन होगा की पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची पीडि़त बालिका की खबर को रायगढ़ के अधिकांश अखबारों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस की संवेदनशीलता के बाद क्या पीडि़ता का न्याया मिल पाता है। बहरहाल पुलिस और प्रशासन के इस आदेश के बाद लूकापारा गांव में तनाव की स्थिति है।