मूली पड़हा कुडुख उराँव समाज ने परंपरागत रूप से मनाया करमा पर्व..


सीतापुर(अनिल उपाध्याय)। कुँवार पूर्णिमा के अवसर पर मूली पड़हा कुडुख उराँव समाज ने पारंपरिक तरीके से राजी करम परब मनाया।इस अवसर पर कुडुख उराँव समाज भवन से समाज की महिला एवं पुरुषों ने पारंपरिक वेशभूषा में रैली निकाली जो नगर भ्रमण के बाद लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम पहुँची।

जहाँ महादेव पार्वती के प्रतीक करमडाड़ के फेरे लगाते करमा नृत्य कर उनकी उपासना की।इस संबंध में समाज के बैगा जागेराम भगत ने बताया कि यह पूजा प्रथा कुडुख उराँव समाज मे सनातन काल से चली आ रही है।कुँवार पूर्णिमा के दिन मुली पड़हा कुडुख उराँव समाज की कुँवारी कन्या एवं बैगा एक दिन का निर्जला व्रत रखते हुए क्षेत्र की सुख शांति और समृद्धि के लिए महादेव पार्वती के प्रतीक करमडाँड़ की पूजा अर्चना करते है।

पूरा दिन करमडाँड़ की पूजा के बाद रात्रि जागरण करते हुए अगले दिन इसे नदी में विसर्जित कर पूर्णाहुति की जाती है।

वर्षों से नगर में आयोजित होने वाले राजी करम परब कुँवार पूर्णिमा को सफल बनाने में रामधनी राम बेल,शोभन उराँव देवान, गिरधर भगत कोषाध्यक्ष, प्रो गोपाल राम, नाथूराम, रामकेश्वर भगत, महेश्वर केहरी, अनिल निराला, धरमु राम, बी आर बैरागी, जयराम भगत, पीटर भगत, बहादुर राम तिर्की, तिलक राम, हरिहर राम, हिराधन भगत, दिनेश भगत, प्यारेलाल भगत, लिखेश्वर राम, करम साय, बादिराम, शांति देवी ,टेरसा देवी, मगंती ऊंजन, सरिता बघेल, आशो देवी, निशारानी भगत, अंजली भगत, कोमल चंद्रकला, शिवलाल, राकेश भगत, सीमेन कृष्णा समेत कुडुख उराँव समाज की महिला एवं पुरुष सदस्य ने अपना सहयोग प्रदान किया।