अनीश के लिए अब दूर नहीं रहेगी मंजिल… कलेक्टर ने जनदर्शन में तत्काल दिलाई ट्राईसाईकिल.. मेधावी छात्रा का खर्च उठाएगा श्रम विभाग..


अम्बिकापुर: प्रत्येक मंगलवार सरगुजा कलेक्टर जनदर्शन में लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान होता है और उम्मीद अनुरूप परिणाम भी मिलता हैं। हर मंगलवार सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा जनदर्शन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की समस्याएं सुनते हैं और त्वरित उसका निदान कर लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने का पूरा प्रयास भी करते हैं। ऐसा ही नजारा आज फिर देखने को मिला। दरिमा निवासी चलने फिरने के लिए पूर्ण रूप से अपने परिवार जनों पर आश्रित 18 वर्षीय दिव्यांग अनीश कुमार अपने भाई के कंधे पर कलेक्टर जनदर्शन पहुचा और सरगुजा कलेक्टर ने तत्काल उन्हें ट्राई साइकिल दिलवाई।

जनदर्शन में अपने भाई के कंधों पर आये अनीश ने बताया कि वह 18 वर्षीय दिव्यांग है और चलने फिरने में पूर्ण रूप से असमर्थ है। वह सिर्फ अपने परिवारजनों या अन्य किसी की मदद से ही एक जगह से दूसरे जगह जा पाता हैं। जिस पर सरगुजा कलेक्टर ने तत्काल समाज कल्याण विभाग को ट्राईसाईकिल प्रदान करने के निर्देश दिए और त्वरित ही अनीश को ट्राईसाईकिल मुहैया करा दी गई। कलेक्टर ने खुद अनीश को ट्राईसाईकिल प्रदान की साथ ही उसे हेलमेट भी दिया। अनीस के चेहरे की मुस्कान अब देखते ही बन रही थी, क्योंकि अब उसे चलने के लिए किसी दूसरे के सहारे की जरूरत नहीं रही। उसने कलेक्टर का शुक्रिया अदा किया।

इसके साथ ही गांधीनगर निवासी ममता उपाध्याय ने कलेक्टर जनदर्शन में उपस्थित होकर बताया कि उनकी दो लड़कियां है। बड़ी लड़की बी-टेक कर रही हैं तथा दूसरी लड़की क्लास 10th में माउंट फोर्ट स्कूल में अध्ययन करती हैं। दोनों बच्ची पढ़ने में मेघावी छात्र हैं, और दूसरी बच्ची जो दसवीं में पढ़ती है ड्राप रो बॉल की नेशनल खिलाड़ी हैं। वो अपने दोनों बच्चों को आगे पढ़ाना चाहती है पर आर्थिक तंगी की वजह से उन को आगे बढ़ाने में असमर्थ है। जिस पर सरगुजा कलेक्टर अपनी संवेदनशील दिखाते हुए कलेक्टर ने तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया।

जिसके तहत ममता चौहान को श्रम विभाग में पंजीयन कराने के साथ बड़ी बेटी श्रुति उपाध्याय का बी-टेक की पढ़ाई का खर्च श्रम विभाग से दिलाए जाने हेतु निर्देश, साथ ही कक्षा दसवीं में अध्ययनरत छोटी बेटी श्रेया उपाध्याय के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को मिशन वात्सल्य योजना के तहत शिक्षा विभाग के माध्यम से छोटी बेटी को निशुल्क शिक्षा या फीस में रियायत दिलाने के साथ-साथ नेशनल खेल में भाग लेने के समय आने जाने के लिए संस्था से दिलाने हेतु आवश्यक पहल करने का निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत संचालित प्रशिक्षण में ममता उपाध्याय को सम्मिलित कराते हुए आजीविका की स्थाई साधन की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।