गुरूघासीदास जयंती एवं शहीद वीरनारायण सिंह बलिदान दिवस मनाया गया

अम्बिकापुर

अजाक्स अधिकारी कर्मचारी संघ के बैनर ब्लाॅक मुख्यालय उदयपुर में गुरूघासीदास जयंती एवं शहीद वीरनारायण सिंह बलिदान दिवस धुमधाम से मनाया गया। नया बस स्टैण्ड में आयोजित उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष जयनाथ सिंह केराम एवं अध्यक्ष राजनाथ सिंह जनपद अध्यक्ष उदयपुर थे। कार्यक्रम के शुभारंभ में गुरूघासीदास एवं शहीद वीरनारायण सिंह जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर की गई। इसके बाद सतनामी समाज एवं सर्व आदिवासी समाज द्वारा बस स्टैण्ड से जनपद परिसर उदयपुर तक रैली निकालकर नगर भ्रमण किया गया।

जनपद परिसर के समीप शहीद वीरनारायण चौक पर जयनाथ केराम द्वारा पूजा अर्चना कर वीर शहीद नारायण को याद किया गया। इस दौरान पंथी पार्टी मुुंगेली द्वारा रास्ते भर आकर्षक कलाबाजियां एवं आतिशबाजी भी की जा रही थी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों एवं पंथी नृत्य दल ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित अतिथियों सहित आमलोगों का मन मोह लिया लोगों ने मुक्त कंठ से इस प्रकार के आयोजनों की सराहना की । सुबह से लेकर सायं 7 बजे तक लोगों का रेला कार्यक्रम स्थल तक लगा रहा। हजारों की संख्या में लोग शामिल हुये। गुरू को समर्पित गीत ‘‘आगे दिसंबर होवथे चैका, गुरू सेवा करे के आये है मौका’’ गीत पर नन्ही परी वंशिका आर्या द्वारा शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। बालक छात्रावास उदयपुर द्वारा शैला नृत्य, स्क्वायर क्लब एवं हर्षित व साथी द्वारा डांस की प्रस्तुति दी गई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्य अतिथि जयनाथ सिंह केराम ने कहा कि अपने अधिकारो को पहचानों, संगठित रहो, शिक्षित हों, अपने इतिहास को जानें तभी समाज के साथ आप आगे बढ़ सकेंगे। गर्व से कहो हम आदिवासी है। सभी कहते है देश आजाद हुआ है परंतु हमें आजादी की तीसरी लड़ाई लड़नी होगी अपने हक की, अपने अधिकारों की, अपनी सुरक्षा की, अपने उपर होने वाले अत्याचारों और शोषण के विरूद्ध संगठित होकर आवाज उठायेंगे तो निश्चित ही हमें सफलता मिलेगी। गुरूघासीदास बाबा के विचारों को याद करते हुये कहा उनके बताये रास्ते पर चलने वालों को कभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। मानव मानव एक समान की विचार धारा हम सब में होनी चाहिए। उंच-नीच और जाति का जो भेदभाव समाज में व्याप्त है उससे उपर उठकर मानवता के लिए कार्य करने पर जोर दिया। जो व्यक्ति अपने समाज के लिए समय नहीं दे सकता वह समाज के विकास और उसके आगे बढ़ने की बात कैसे कर सकता है। शहीद वीरनारायण सिंह को याद करते हुये कहा कि भारत के ये हमारे छत्तीसगढ़ ही नहीं वरन पूरे देश के महानायक है जिन्होने जमाखोरी, कालाबाजारी एवं भुखमरी के खिलाफ मोर्चा खोला और उनको उनका अधिकार दिलाया। अंग्रेजी हुकुमत और साहूकारों को उनकी कार्यशैली पसंद नहीं आयी और देशद्रोह का मुकदमा चलाकर फांसी पर चढ़ा दिया। हमें गर्व है ऐसे वीर पर जिसने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। एैसे शहीदों की स्मृति दिवस मनाने भर से कुछ नहीं होगा । इनके विचारों को आत्मसात करना होगा। तभी हम सफल होंगे। सभा को अन्य वक्ताओं जनपद अध्यक्ष राजनाथ सिंह, उपाध्यक्ष राजीव सिंह, टीआर दिनकर, संभागीय अध्यक्ष आदिवासी समाज भुनेश्वर सिंह मरकाम , बीईओ एके भारद्वाज, अशोक सोनवानी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालयों में प्रथम आये छात्रों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

कार्यक्रम संचालन बी बी राम प्राचार्य द्वारा एवं आभार प्रदर्शन शंकर रवि द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य भोजवंती सिंह, बबन रवि, भभीता सिंह, रोहित सिंह, अजीत कुमार महिलांगे, डाॅ. प्रदीप जांगड़े, प्रो. एस.के भारती, डी सी साण्डिलय, वेदराम अजगले, एसएन बघेल, कोमल धुव्रे, आदित्य पैकरा, संतोष कंवर, बाबुजी कोसले, सब इंजी. मालवीय, भुवनेश्वर सिंह, बालमुकुंद टोप्पो, देवपति राम रवि, गंगा राम निराला, दिलीप महिलांगे, गोपाल मार्बल, बिश्राम बघेल, अमृत सलूजा, अरूण टांडे, बलराम खांडेकर, अनिता आर्या, सुनीता अजय,मंजु ओगरे, उत्तरा निराला, गीता रवि, धनेश्वरी महिलांगे, बृजभुषण कुर्रे, गजेन्द्र पाल सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।गुरूघासीदास जयंती एवं शहीद वीरनारायण सिंह बलिदान दिवस मनाया गया