माथापच्ची के बीच एक बार फिर होगा गरीबी रेखा कार्डधारियों का सर्वे

चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट 

 

 

कोरिया जिलें सहित नगरीय क्षेत्र चिरमिरी में जिस तरह आंख बंद कर गरीबी रेखा राशन कार्ड में नाम काटे जा रहे है उसे लेकर जनता के बीच सरकार दोधारीतलवार के बीच फस कर रह गयी है। जहां एक तरफ कांग्रेस सरकार से बढ़ी गरीबी को लेकर घेर चुकी है तो वही सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि अपात्र लोगों को किसी भी कीमत में पात्र घोषित नही किया जायेगा।
ज्ञात रहे कि कोरिया जिला एक एैसा जिला है जिसने प्रदेश में गरीबी रेखा राशन कार्ड में नाम काटे जाने को लेकर रिकार्ड कायम किया है, अकेले कोरिया में ही 22000 हजार से भी ज्यादा नाम काटे जाने की जानकारी मिल रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि आगे और भी नाम काटे जाने है।
यू तो कोरिया जिले का नगरीय क्षेत्र चिरमिरी कोयलांचल नगरी के नाम से जाना जाता है और यही कोयलांचल नाम की चर्चा है जो गरीबों से उनका आहार छीनने के लिएं मजबूर कर रहा है। दरअसल सच्चाई यह है कि सरकार जब विपक्ष के सवाल पर फसती नजर आई तो सरकार असहज महसूस की और लगा कि आखिर इतने तेजी से गरीबों की संख्या में कैसे वृद्धि हो सकती है ? छ0ग0 सरकार के आदेश के बाद पात्र और अपात्र लोगों की छटाई प्रारंभ हुई पर गाज सबसे ज्यादा कोरिया जिले में गिरा क्योकि सरकार को जानकारी देने वाले नुमाइंदे एक बार नही बार बार यह बताने की कोशिष करते रहे है कि यह वही कोरिया जिला है जहां पर कालरी से धन की वर्षा होती है पर सरकार के नुमांइदे यह भूल गये कि बंद होती खदानों में चंद लोग ही धनवर्षा की चपेट में है बाकी भूखमरी , बेरोजगारी और कई तात्कालिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाने में नाकाम है जिसे सरकार के रहमो करम पर निर्भर होना लाजमी है।

विदित हो कि गरीबों की संख्या बढ़ाने में प्रत्याशित और प्रत्याशित जिन लोगों का हाथ रहा है वही आज खुद को फसता देख गरीबों से उनका हक छीनने की जरूरत कर रहे है। उक्त मामले में अधिकांशतह खबरे प्राकशित की जा चुकी है कि गरीबी रेखा राशन कार्ड में मनचाही आवश्यकताओं की पूर्ति के लिएं सर्वे अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों ने भरपूर भागीदारी निभाई है और अब जब नाम काटा जाना तय है तो जनप्रतिनिधीयों की चिताये बढ़नी लाजमी है कितु यह आरोप सभी जनप्रतिनिधियों पर नही लगाया जा सकता है जिन्होने अपराध किया है वो आज अपने वार्ड में अपनी नाक बचाने जदोजहद कर रहे unnamedहै ।
उक्त विषय पर निगम के एक पार्षद ने कुछ विदुओं को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया पर तात्कालिक आयुक्त के आश्वासन पश्चात धरने को समाप्त कर दिया गया । इसी तारतम्य में 03 जून को निगम के 23 पार्षद ने अधोहस्ताक्षरित निवेदन पत्र कलेक्टर कोरिया को सौप गलत तरीके से काटे गये गरीबी रेखा राशन कार्डो की जांच कर पुनः कार्ड हितग्राही को सौपे जाने प्रस्तुत किया । जिस पर कलेक्टर कोरिया ने 30 जून जक प्रक्रिया पूर्ण किये जाने का आश्वासन दिया। पार्षद दल और कलेक्टर के बीच हुई बैठक के बाद उन विषयों को फिर से यथावत किये जाने का मसला सामने आया जिसे नवीन गरीबी रेखा राशन कार्ड बनाते समय नजरंदाज कर दिया गया था। 30 जून तक काटे गये नामों का पुनः से सर्वे कराया जाना है जिसके बाद पात्र और अपात्र कार्डधारियों की स्थिति का सही पता लग सकेगा। गरीबी रेखा राशन कार्डधारियों की पहचान अब गोंपनीय नही रहेगी, उनके घर के सामने गेरूआ या पेंट से गरीबी रेखा कार्ड के पात्र लिखा जायेगा। गरीबी रेखा पात्र और अपात्र घोषित करने के लिएं निम्न बिदुओं पर अतिशीघ्रता से घ्यान दिया जाना है जिनमें एसईसीएल0 कर्मचारी, सपत्तिकर दाता, गरीबी रेखा से अधिक आय, छ0ग0 शासन के किसी भी पद पर आसीन होना शामिल है। उक्त निवेदन पत्र प्रस्तुत करने निगम पार्षद संतोष कुमार सिंह, राजकुमार, विदेशी महाराणा, मोहन लाल, संतन चैहान, रामलखन सिंह, सुनीता सिंह, रामाराव, मोतिम बंजारे, मो0 मंजूर आलम, शिव कुमार सिंह, बाबला गौड़, श्रीपत राय, मीना श्रीवास, रानी खटिक, जमुना प्रसाद, श्रीमती ममता चैहान, मोहित लाल प्रजापति, श्रीमती प्रर्मिला पटेल, क्ृष्ण कुमार सोनी, प्रीति सिंह सहित भोला प्रसाद ने हस्ताक्षर किये ।