जिन हाथों में बंदुक होती थी अब उन हाथों में कैमरा भी होगा रेल्वे के आरपीएफ जवान अब थामेंगे कैमरा।

कोरबा
इऱफान खाऩ की रिपोर्ट
अब तक आपने सुरक्षा बलो के हाथो में बन्दुक या डंडा देखा होगा मगर अब रेलवे सुरक्षा बल के हाथो में आपको कैमरा भी नजर आएगा ये इनका कोई सौख नहीं बल्कि ये आम आदमी कि सुरक्षा के लिए किया जाने वाला प्रयाश है,,,, क्यों कर रही है रेलवे पुलिस ऐसा और कैसे होगी कैमरे से आम आदमी कि सुरक्षा आइये देखते है !
ट्रेनो मे जहर खुरानी और उठाईगिरी कि घटना आम सी हो गई है जहा अपराधी बड़े आराम से पहले तो यात्रियो को अपने बातो में फंसाते है और फिर बड़ी आसानी से खाद्य पदार्थ में नशीला पदार्थ मिला बड़ी आसानी से अपराधिक घटनाओ को अंजाम दे फरार हो जाते है इससे निजात पाने रेलवे सुरक्षा बल ने नया तरिका इजात किया है जिसके तहत अब रेलवे सुरक्षा बल ट्रेनो में बैठे यात्रियो कि वीडियो ग्राफी कर रहे है,,,,, ये विडियो ग्राफी ट्रेनो के जनरल बोगियो में ज्यादा कि जा रही है क्योंकि जनरल बोगियो में ही इस तरह अपराधिक घटानाए होती है साथ ही इन बोगियो के यात्रियो कि कोई जानकारी नहीं होती ! अभी कोरबा स्टेसन पर ये विडियो ग्राफी सिवनाथ और विशाखापट्टनम एक्सप्रेस ट्रेनो में कि जा रही है सुरक्षा बल इन विडियो रेकार्ड को करीब १० दिनों तक सेव रखती है ताकि कोई शिकायत आने पर विडोग्राफी के रेकार्ड से आरोपी कि सिनाख्त हो सके !
आर पी ऍफ़ कि ये कारवाई तब शुरू होती है जब ट्रैन के स्टेसन से छूटने का समय करीब १५ मिनट बचा हो तब आर पी ऍफ़ के जवान बोगियो में चढ़ ट्रैन में बैठे यात्रियो कि विडियो ग्राफी शुरू करते है जवान इस बात का विशेष ध्यान रखते है कि कोई उनसे मुह तो नहीं छुपा रहा और ऐसे व्यक्तियो कि विडियो ग्राफी विशेष तौर  पर कि जाती है यात्रियो का भी मानना है कि आर पी ऍफ़ के इस तरह कि कारवाई से उन्हें राहत मिल रही है साथ ही अपराधियो में खौफ रहेगा जिससे आम आदमी आसानी से यात्रा कर सकेगा !
बहरहाल आर पी ऍफ़ कि ये कारवाई सुरक्षा कि दृष्टि से अच्छी पहल कही जा सकती है मगर अभी जिन उपकरणों से आर पी ऍफ़ विडियो रिकार्डिंग कर रही है उन उपकरणों को और बेहतर करने कि जरुरत है साथ ही ये कारवाई सभी ट्रेनो और स्टेशनो में किये जाने कि जरुरत है क्योंकि अपराधी किसी भी स्टेसन से सवार हो अपराध को अंजाम दे सकता है !Untitled_0907