छ0ग0 तृतीय वर्ग कर्मचारी संध का एक दिवसीय धरना प्रर्दशन

कलेक्टर एस. एल. केन को सौपा ज्ञापन ।

जशपुर

छ0ग0 तृतीय वर्ग कर्मचारी संध एवं छ0ग0 लिपिक वर्गीय षासकीय कर्मचारी संध अपनी आठ सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर आज एक दिवसीय धरना प्रर्दषन किया है ।आज तृतीय वर्ग कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सारे कर्मचारी भारी संख्या मे एकजुट होकर हमारी मांगे पूरी करो नारा लगाते हुए अपनी ज्ञापन माननीय कलेक्टर एस. एल. केन को सौपीं। जिसमे एक पत्र मुख्य मंत्री डाँ रमन सिंह जी के नाम व दूसर पत्र माननीय डाँ मनमोहन सिंह के नाम प्रस्तुत किया।
उनकी 27 मांगे इस प्रकार है जैसे मंहगाई भत्ता 50 प्रतिषत जो मूल वेतन मे षामिल किया जाए, पी. एफ. आर.डी.ए.बिल वापस लिया जाए, न्यूनतम मजदूरी 10,000रू निर्धारित यिा जाए, रिक्त पदो पर भर्ती किया जाए, समूह बीमा की राषि 1.5 लाख से बढा कर 5.00 लाख, आयकर की सीमा 5 लाख, भविष्य निधि का ब्याज 12 प्रतिषत, लेखापाल को सहायक अधीक्षक के समान वेतन, लिपिक सहित राज्य कर्मचारी को चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान, छठवें वेतनमान के अनुरूप अन्य प्रासंगिक लाभ मकान किराया भत्ता, मेडिकल भत्ता आदि, षिक्षकों की सेवा निवृति की आयु 65 वर्ष , नि- ष्षर्त अनुकम्पा नियुक्ति, षिक्षा विभाग के व्याख्याता एवं प्राचार्य पदो को ष्षत प्रतिषत पदोन्नत से भरा जावे , कृषि विभाग मे कार्यरत स्नातक, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारीयों को 64 प्रतिषत पदोन्नती कोटा , षिक्षा कर्मियों को वरिष्ठता के आधार पर नियमितीकरण किया जाए, षिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के नियमित सेटअप के पदो को जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ना सौपा जाए , राज्य के गौ सेवको को प्षु चिकित्सा विभागीय कर्मचारी धोषित कर न्यूनतम मानदेय 10.000 हजार किया जाए, मध्यान्ह भोजन रसोईया सफाई कर्मचारी को सम्मानजनक दा दस हजारं , व्यायाम षिक्षको को 600/ गतिरोध भत्ता दिया जाए।

इनके लंबित मांगों को लेकर देखना यह है कि सरकार इन पर कब मेहरबान होती है या यू कहा जाऐ कि आँखें कब खोलती है या फिर इनका धरना प्रदर्षन यू ही बेकार हो जाएगा। इस धरना प्रदर्षन मे उपस्थित जिला संरक्षक रामानंद मिश्रा, जिला अध्यक्ष श्रीमति उत्तरा नायडू, जिला उपाध्यक्ष संतराम ध्रुव आदि उपस्थित थे।