CG में नक्सली समझ कर 17 जवानों को मार दिया था, एडसमेटा पीड़ितों को 10 साल बाद भी नही मिला न्याय, सर्व आदिवासी समाज कर रहा मुआवजें की मांग

बस्तर. सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग में फिर एक बार बीजापुर के सारकेगुड़ा और एडसमेटा में हुई फर्जी नक्सल मुठभेड़ मामले को लेकर नाराजगी जाहिर की है। सर्व आदिवासी समाज ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने मामले में जो जांच तय की थी उस जांच में रिपोर्ट आ चुकी है बावजूद इसके इस मामले पर कार्रवाई नहीं हो रही है। गौरतलब है कि दोनों ही मुठभेड़ों को जांच के बाद फर्जी पाया गया था मामले में न्यायिक जांच आयोग गठन किए गए थे जिनके रिपोर्ट में इस मामले में सुरक्षाबलों द्वारा ग्रामीणों को नक्सली समझकर मारे जाने की बात सामने आई थी। लेकिन इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। सर्व आदिवासी समाज ने मांग की है कि सरकेगुड़ा और एडसमेटा पीड़ितों को तत्काल मुआवजा देने के साथ ही सरकार इस मामले में आवश्यक कार्यवाही करें।

गौरतलब है कि 10 साल पहले 28 और 29 जून 2012 को बीजापुर जिले के सारके गुड़ा में मुठभेड़ के दौरान 17 लोगों को नक्सली समझकर सुरक्षा बल के जवानों ने मार दिया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने इस मामले में इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए शिकायत की थी, जिस पर जांच आयोग गठित किया गया था इसी तरह से एडसमेटा मामले में भी जांच आयोग की रिपोर्ट सामने आ चुकी है और मुठभेड़ को फर्जी पाया गया है।