क्या सचमुच विधायक बृहस्पत के परिजन कर रहे रेत का अवैध उत्खनन?… राज्यसभा सांसद नेताम ने कहा अब क्या मर जाये… स्थानीय प्रशासन पर भी लगे गंभीर आरोप!.

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..छत्तीसगढ़ के सरहद पर स्थित बलरामपुर जिले में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर सियासी पारा गर्म हो गया है..वही सत्ता पक्ष और विपक्ष में बयानी जंग छिड़ गया है..

दरअसल क्षेत्र के कद्दावर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद ने अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर हालिया दिनों में एक बयान दिया था..उन्होंने कहा था..की अवैध रेत उत्खनन -परिवहन पर विपक्ष लगातार स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौपने के साथ-साथ प्रदर्शन कर रहा है…उसके बाद भी रेत के अवैध कारोबार बंद नही हो रहे है..विपक्ष मर जाए.. विपक्ष के मरने से अगर सब ठीक हो जाएगा तो मंजूर है!..
वही राज्यसभा सांसद नेताम ने रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिह पर भी आरोप लगाया कि..विधायक के सह पर रेत का अवैध कारोबार फल -फूल रहा है..उनके परिजन और कुछ कार्यकर्ता रेत माफिया का काम कर रहे है..

जिसके बाद विधायक बृहस्पत सिह ने भी राज्यसभा सांसद नेताम के आरोप पर चुटकी लेते हुए पलटवार किया है..विधायक बृहस्पत सिह ने कहा कि..राज्यसभा सांसद के गृह ग्राम सनावल में उनके निवास के सामने से रेत का परिवहन पड़ोसी राज्यो के लिए जा रहा है..रेत माफियाओ ने पैसे कम दिए होंगे ..इसलिए अवैध रेत उत्खनन-परिवहन को लेकर प्रदर्शन किया गया है!..

विधायक बृहस्पत सिह का यह पलटवार भले ही राज्यसभा सांसद नेताम के आरोपो पर था..लेकिन विधायक सिह ने रेत के अवैध उत्खनन-परिवहन की पुष्टि कर दी है..की कांग्रेस के शासन में यह अवैध कारोबार फल -फूल रहा है..

बता दे कि छत्तीसगढ़ का सरहदी इलाका होने के चलते जिले से रेत का परिवहन पड़ोसी राज्यों उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखण्ड में किया जाता है..लेकिन इन दिनों एनजीटी की रोक के चलते नदियों से रेत का उत्खनन बन्द है..इस बीच प्रशासन के नाक के नीचे रामचन्द्रपुर और वाड्रफनगर ब्लाक के कुछ गांवो से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन पड़ोसी राज्यो में हो रहा है..जिसको लेकर एक बार फिर क्षेत्र के राजनीतिक प्रतिद्वंदी आमने-सामने है!..

बहरहाल राज्यसभा सांसद नेताम ने खुलेआम यह आरोप लगाया है..की विधायक बृहस्पत सिह के परिजन इस अवैध कारोबार में संलिप्त है..जबकि विधायक बृहस्पत सिह ने राज्यसभा सांसद के घर के सामने से अवैध रेत परिवहन और रेत माफियाओ से पैसे लेने का आरोप लगाया है..और अब देखने वाली बात है..की स्थानीय प्रशासन जिले में धड़ल्ले से जारी अवैध रेत उत्खनन -परिवहन पर कैसे लगाम लगा पाता है..और कब तक लगाम लगा पता है?.