आठ सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षाकर्मी संघ का प्रदर्शन..सौंपा ज्ञापन…

अम्बिकापुर

शालेय शिक्षाकर्मी संघ छत्तीसगढ़ जिला इकाई के बैनर तले शिक्षाकर्मियों ने वेतन भुगतान, एरियर्स भुगतान, सीपीएस कटौती, प्रान नम्बर का संधारण, पदोन्नति, क्रमोन्नति, अतिशेष शिक्षको का समायोजन व वर्तमान सीएसी चयन प्रक्रिया में सुधार की मांग को लेकर सोमवार को अम्बिकापुर नगर के कलेक्ट्रेट ब्रांच स्थित स्टेट बैंक के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुये सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है
ज्ञापन में मांग की गई है कि जिले में विगत 3 से 4 माह से शिक्षक पंचायतों का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। कई विभागों का तो आवेदन उपलब्ध होने के बाद भी वेतन समय पर नहीं दिया जाता है। जबकि मुख्यमंत्री के विधानसभा में घोषणा की थी कि प्रत्येक माह के 5 तारीख तक शिक्षको का वेतन भुगतान किया जायेगा। इसका पालन जिले के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है, जिससे शिक्षकों के सामने आर्थिक कठिनाईयां उत्पन्न हो रही है। जिले के विभिन्न विकासखण्ड में शिक्षक पंचायत संवर्ग के शिक्षकों का विभिन्न पदों का एरियर्स की राशि लंबित है। जैसे महंगाई भत्ता की बढ़ी हुई राशि का एरियर्स विगत 2013 से लंबित है। समयमान वेतन की एरियर्स राशि का भुगतान नहीं किया गया है,

पुर्नरासित वेतनमान की राशि का एरियर्स, वेतन वृद्धि राशि का एरियर्स लगभग 10-15 करोड़ रूपये शिक्षको का बकाया है, जिसके भुगतान के लिये आवंटन का अभाव बताकर अधिकारियों द्वारा टाल-मटोल किया जाता है।
विगत 2012 से शिक्षक पंचायतों के शिक्षको का सीपीएस कटौती की जाकर एनएसडीआई के आधारित संबंधित खाते में शासकीय अनुदान के साथ जमा किया जाना है। जिले के संवर्ग के शिक्षको के वेतन से राशि की कटौती लगभग 50-52 किस्तों की जा चुकी है लेकिन शिक्षा विभाग के अंतर्गत मात्र 14 किस्त, पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत 28 किस्त एसएसए के अंतर्गत 28 किस्त तथा आरएमएसए के अंतर्गत शून्य किस्त ही संबंधित के खाते में जमा किया गया है। ज्ञात हो कि शिक्षको के सीपीएस कटौती के पैसो का कहीं अता-पता नहीं है कि शेष बची हुई राशि का क्या होगा? सीपीएस कटौती की राशि हेतु पासबुक का संधारण भी नहीं किया जा रहा है। लगभग 15-17 करोड़ रूपये शिक्षको का अधिकारियों के पास है भी कि नहीं इसका अता-पता नहीं है। उक्त राशि को तत्काल संबंधित के खाते में जमा करवाने तथा पासबुक संधारित करवाने की गई है।

इसके अलावा संघ ने प्रान नम्बर का संधारण में कुछ शिक्षको का शेष रह गया है। अतिशीघ्र उनके प्रान नम्बर का आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण कर उनके खाते में राशि का हस्तानांतरण कराया जाये। जिले के अंतर्गत 7 वर्ष की सेवावधि पूर्ण कर चुके शिक्षक पंचायत संवर्ग की पदोन्नति लंबित है। संघ इस संबंध में मांग करता है कि सुपरन्योमेरेरी के अंतर्गत पदोन्नति के पात्र सभी शिक्षाकर्मियों पदोन्नति दी जाये। वर्तमान में पदोन्नति हेतु जारी सूची के व्यापक त्रुटिया है जिसको देखते हुये पूरी सूची को निरस्त कर पुनरू वरिष्ठता सूची त्रुटि रहित बनाई जाये तथा 15 दिवस का दावा आपत्ति का समय दिया जाये, तद् उपरांत सम्पूर्ण परीक्षण के बाद ही पदोन्नति की प्रक्रिया सुपरन्यूमरेरी के तहत किया जाये। संघ ने शिक्षक पंचायत संवर्ग जिनके सेवाएं एक ही पद पर 10 वर्ष पूर्ण हो चुकी है को उच्च पद के वेतनमान पर क्रमोन्नति दिये जाने व अतिशेष शिक्षको पदोन्नति, स्थानांतरण उपरांत वर्ष 2015 के दर्ज संख्या के आधार पर की जाये अतिशेष शिक्षको के दूसरे जिले में सेवा का हस्तानांतरण को तत्काल रोका जाये तथा उनका नाम इस जिले की पदोन्नति सूची में शामिलकर पदोन्नति प्रदान किये जाने की मांग की है।
संघ ने सीएसी चयन की प्रक्रिया में राज्य मिशन संचालक सर्व शिक्षा अभियान के निर्देशों का पालन करते हुये विज्ञान, गणित, अंग्रेजी के शिक्षको के साथ भेदभाव न करते हुये उनको भी चयन पैनल में शामिल किये जाने की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान प्रांताध्यक्ष सुनिल सिंह, जिलाध्यक्ष सरगुजा, विकासखण्ड अध्यक्ष अम्बिकापुर, विकासखण्ड अध्यक्ष उदयपुर, विकासखण्ड अध्यक्ष लखनपुर, विकासखण्ड बतौली, विकासखण्ड सीतापुर, विकासखण्ड अध्यख मैनपाट, विकासखण्ड लुण्ड्रा सहित काफी संख्या में शिक्षाकर्मी उपस्थित थे।