मनुष्यों के अलावा अब वन्यप्राणियों पर भी मंडरा रहा कोरोना का संक्रमण.. DFO ने जारी किए आदेश!.

फ़टाफ़ट डेस्क.. कोरोना का संक्रमण अब मनुष्यो के बाद अब वन्य प्राणियों में भी दिखने लगा है…हैदराबाद के एक चिड़ियाघर में एक साथ आठ शेरों में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने के बाद कानन पेंडारी जू प्रबंधन भी सकते में है..वन्य प्राणियों को संक्रमण से बचाने खास इंतजाम किए गए हैं..इसके तहत जू कीपर पीपीई किट पहनकर वन्य प्राणियों को चिमटे से आहार दे रहे हैं..संक्रमण फैलने का खतरा जूकीपर व कर्मचारियों से है..इसीलिए सभी कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है..

इसके साथ ही ऐसे जू कीपर..जो मांसाहारी व शाकाहारी वन्य प्राणियों को भोजन देते व केज की साफ-सफाई करते हैं..उन सभी को पीपीई किट पहनकर ही काम करने का निर्देश दिया गया है.. सभी के लिए पीपीई किट मंगाए गए हैं..इसके अलावा दो गज दूरी के नियमों का पालन हो सके इसके लिए दस्ताने के साथ चिमटा भी रखने के भी निर्देश दिए गए है ..ताकि मांस को चिमटे से ही पकड़कर केज के अंदर डाला जा सके..वनरक्षक इन नियमों का पालन हो रहा है या नहीं इस पर निगरानी रखते हैं.. दिन में दो बार हाईपोक्लोराइड से जू परिसर को सैनिटाइज भी कर रहे हैं..जू के दोनों चिकित्सक भी प्रतिदिन एक-एक वन्य प्राणी की मानिटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा जूकीपरों को यह निर्देश दिया गया है कि यदि किसी भी वन्यप्राणी में जरा भी लक्षण नजर आने पर सूचना दें ऐसी हिदायत प्रबंधन ने है..

बता दे कि डीएफओ बिलासपुर वनमण्डल कुमार निशांत के मुताबिक संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा मांस (आहार) से भी है, क्योंकि यह बाहर से आता है..इसे बाहरी व्यक्ति लेकर आते हैं..इसे देखते हुए ही मांस को पहले गर्म पानी मे धोया जाता है..ताकि जरा भी संक्रमण हो तो गर्म पानी मे नष्ट हो जाए..हैदराबाद जू के शेरों में कोरोना के लक्षण नजर आने के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने सभी जू प्रबंधन को जरूरी उपाय करने के लिए गाइड लाइन जारी की है..आदेश कानन पेंडारी जू प्रबंधन को भी मिला है..