धान संग्रहण केन्द्र में नही मिल रहा 2 करोड़ के धान का हिसाब, आंकड़ो में लीपा-पोती हुई शुरू

खाद्य विभाग और विपणन विभाग जुटे लीपापेाती में, आरोप प्रत्यारोप जारी  

15 नवबंर से 31 जनवरी तक समर्थन मुल्य पर खरीदा गया था धान

जांजगीर-चांपा- (संजय यादव)  जिले के जांजगीर संग्रहण केन्द्र में दो करोड़ के धान का हिसाब नही मिल रहा है इस मामले में विपणन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है हालांकि अधिकारी अभी हिसाब किताब और विभागीय लीपापोती में जुटे हैं तो वहीं आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। दरअसल राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मुल्य पर जिले के 1 लाख 21 हजार किसानों से रिकार्ड 70 लाख 48 हजार क्विंटल धान खरीदी की गई थी, जिसमें जिला प्रदेश में नंबर वन भी रहा है, मगर खरीदी के बाद विपणन विभाग द्वारा संग्रहण की जिम्मदारी में हर साल की तरह इस बार भी बड़ी गड़बड़ी सामने उजागर हुई है और धान उठाव के अंतिम दौर में जो तथ्य निकल कर सामने आए हैं, उसमें कई केन्द्रों में धान का पूरा हिसाब नही मिला है वहीं जांजगीर संग्रहण केन्द्र में 2 करोड़ रूपये के धान यानी लगभग 13 हजार 6 सौ 5 क्विंटल धान गायब हैं या आंकड़ों में हेरफर की गई, जिसका हिसाब अब तक नही मिल सका है

 

इस मामले में अधिकारी धान वापस कराने की बात कहते भी नजर आते हैं तो वहीं एफआईआर कराने की बात भी कहते हैं मगर जिम्मेदारी का पाला एक दूसरे पर डालकर बचने की फिराक में भी लगे हैं इस मामले में जिले के कलेक्टर ने विपणन विभाग के औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारी कर्मचारियों को फटकार भी लगाई थी जिसके बाद से विभागीय लीपापोती का दौर जारी है।