हाथियों से दुर्घटना रोकने जल्द अभ्यारण्य बनवाए सरकार : डॉ. चरणदास महंत

कोरबा

  • हाथी प्रभावित ग्राम ढेलवाडीह पहुंचे डॉ. महंत, पीडि़त परिवारों से की भेंट

पूर्व केन्द्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री डॉ. चरणदास महंत ने कहा है कि कोरबा जिले में हाथियों से होने वाली दुर्घटनाओं, जन-धन की हानि रोकनी है तो जल्द ही हाथी अभ्यारण्य सरकार को बनवाना चाहिए। जब तक हाथी अभ्यारण्य नहीं बनेगा, हाथियों का आतंक नहीं रूक सकेगा। प्रस्तावित क्षेत्र में लंबित हाथी अभ्यारण्य योजना को प्रदेश सरकार को गंभीरता से लेना होगा।
विकासखण्ड कटघोरा एवं कटघोरा वनमंडल अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र पाली की सीमा में शामिल ग्राम ढेलवाडीह, सुतर्रा, ढपढप, ग्राम चैतमा में इन दिनों हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जा रहा है। बुधवार की सुबह 80 वर्ष की गुडिय़ा बाई निवासी ग्राम ढेलवाडीह को हाथी ने पटक कर मार डाला, जिसके बाद से ग्रामवासियों में दहशत व्याप्त है। कोरबा प्रवास पर पहुंचे डॉ. महंत ने आज ग्राम ढेलवाडीह पहुंचकर घटनास्थल का अवलोकन किया एवं पीडि़ता के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाते हुए शासन से मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाने का भरोसा दिया। इस दौरान डॉ. महंत ने कटघोरा वनमंडल के अनुविभागीय अधिकारी श्री श्रीवास्तव से चर्चा कर आवश्यक निर्देश देते हुए हाथियों को आबादी वाले क्षेत्रों से दूर रखने के तमाम उपाय और प्रयास करने को कहा। साथ ही पीडि़त परिवार को मिलने वाला तीन लाख का मुआवजा जल्द दिलाने व तेंदूपत्ता संग्रहण राशि एवं विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत मिलने वाली राशि का भी लाभ पीडि़त परिवार को तत्काल दिलाने के निर्देश दिए। डॉ. महंत ने कहा कि कोरबा जिला ही नहीं प्रदेश के दूसरे जिलों में भी हाथियों की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है किन्तु प्रदेश सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने जंगलों को नष्ट करने पर आमादा है। ढेलवाडीह में डॉ. महंत के साथ विधायक जयसिंह अग्रवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अजय जायसवाल, कटघोरा के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रतन मित्तल, जिला महिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष भावना जायसवाल, एमआईसी सदस्य दिनेश सोनी, महेश अग्रवाल, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. शेख इश्तियाक, नरेश देवांगन, मो. अशरफ, सुरेश शर्मा, एस. मूर्ति, प्रशांत मिश्रा आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे। CHARAN DAS MAHANT 2
भूख से इंसान और प्यास से जानवर मर रहे
प्रदेश में भूख और प्यास से होने वाली मौतों पर चिन्ता जताते हुए डॉ. महंत ने कहा कि एक ओर जहां पेण्ड्रा और सरगुजा में भूख से दो लोगों की मौत चावल वाले बाबा डॉ. रमन के राज में हुई है तो दूसरी ओर जंगलों में प्यास से तड़पते जानवर दम तोड़ रहे हैं। अंबिकापुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के गश्तीकोना जंगल में बुधवार को हाथी के 6 माह के शावक का शव मिला, जिसकी मौत भूख, प्यास से  होने की पुष्टि पशु चिकित्सकों ने की है। बिलासपुर जिले के लोरमी के गांव गुनापुर में एक चीतल बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गया। आंधी-तूफान से टूटकर गिरे तार को हटाया नहीं गया, जिसमें फंसकर चीतल की मौत हुई है। इस तरह की घटनाएं काफी गंभीर हैं, जिसके लिए रमन सरकार को ध्यान देना चाहिए।
भुनेश्वर राठिया को दी श्रद्धांजलि
पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. चरणदास महंत ने वरिष्ठ आदिवासी कांग्रेस नेता ग्राम बेहरचुआं निवासी ठाकुर भुनेश्वर सिंह राठिया के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। डॉ. महंत ने कहा कि स्व. भुनेश्वर सिंह अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से कांग्रेस के कर्मठ सदस्य के रूप में काम करते आये और विभिन्न पदों पर रहते हुए संगठन को मजबूत बनाने व गति प्रदान करने का उन्होंने अपना योगदान दिया है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। विधायक जयसिंह अग्रवाल, जिपं उपाध्यक्ष अजय जायसवाल, एमआईसी सदस्य दिनेश सोनी, पूर्व पार्षद महेश अग्रवाल ने भी स्व. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की है।