स्कूल बसों के फिटनेस की हुई जांच..कई बस अनफिट…

शिक्षा सत्र प्रारंभ होने से पूर्व ठीक नहीं करवाया तो होगी कड़ी कार्यवाही-आरटीओ

अम्बिकापुर

शुक्रवार को अम्बिकापुर नगर के पीजी कॉलेज ग्राउंड में आरटीओ विभाग के अधिकारियों व जिला शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में स्कूल बसों के फिटनेस की जांच की गई। जांच में कई स्कूली बस अनफिट मिले। प्रभारी आरटीओ सुमित अग्रवाल ने अधिकृत स्कूल संचालकों को हिदायत देते हुये कहा है कि नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होने से पहले अनफिट बसों का सुधार व सुप्रीम कोर्ट के मापदण्ड के अनुसार बसों में सुविधायें नहीं मिलने की सूरत में वे कड़ी कार्यवाही करेंगे। 20 बसों की जांच में 6-7 स्कूली बस अनफिट पाया गया। आगामी सोमवार को 100 से अधिक स्कूल बस का फिटनेस चेक किया जायेगा।

सरगुजा प्रभारी आरटीओ सुमित अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट न्यायालय के दिशा निर्देश के अनुसार स्कूल बसों को किन शर्तों का पालन करना चाहिये इन शर्तों का पालन हो रहा है कि नहीं। इसी के मद्देनजर कुछ स्कूली बसों का जिला शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में फिटनेस की जांच की गई। आरटीओ ने स्वयं से 20 बसों को चलवाकर व बस के अंदर घुस जांच पड़ताल की, जिसमें 6 से 7 बस अनफिट पाये गये। आरटीओ श्री अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार प्रत्येक स्कूली बस में आवश्यक दवाओं के बॉक्स, स्पीड गर्वनर, अग्रिशामक यंत्र, अच्छी सीटें, बस बॉडी, चालक का लाईसेंस, अटेण्डर, बस में जीपीएस सिस्टम, सीसी टीव्ही कैमरा, चालक का यूनिफार्म, बस के आगे पीछे स्कूल बस लिखा होना अनिवार्य बताया है। श्री अग्रवाल का कहना है कि इन सभी शर्तों के बाद ही अधिकृत स्कूली बसों को आरटीओ द्वारा परमिट प्रदान किया जायेगा और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अधिकृत बैच प्रदान किया जायेगा, जिसे देख परिजन यह समझ जायेंगे कि बस की स्थिति अच्छी है और वे अपने बच्चे को इस बस में स्कूल भेज सकते हैं।

आटो को भी लेना होगा परमिट
जांच के दौरान सरगुजा आरटीओ सुमित अग्रवाल ने बताया कि अब स्कूली बच्चों को ढोने वाले आटो को भी आरटीओ विभाग से परमिट लेना पड़ेगा। मापदण्ड के अनुसार अगर आटो में बच्चों को नहीं बैठाया गया और नियमों का पालन नहीं किया गया तो उनके ऊपर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।