वाह रे प्राशासन..पक्के मकान वालों को बनाया गरीब….

मामला मैनपाट के सपनादर का, कलेक्टर से शिकायत

अम्बिकापुर

जनपद पंचायत मैनपाट के ग्राम पंचायत सपनादर के गरीबों के सर्वे में वहां के सरपंच, उपसरपंच, पूर्व सचिव व उनके रिश्तेदारों का नाम जोड़ दिया गया है। जबकि वहां के गरीब ग्रामीणों को इस सर्वे में पूरी तरह से अमीर बताकर दरकिनार कर दिया गया है। लोक सुराज अभियान के समय सपनादर के गरीब ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने पर वहां के ग्रामीणों ने आज कलेक्टर सरगुजा से न्याय की गुहार लगाई हैं।

सपनादर के ग्रामीण महेश यादव, रूपनारायण यादव, ललेश यादव, राजेश, चंदन माझी सहित अन्य ने बताया कि ग्राम पंचायत सपनादर में 2011 में गरीबी रेखा सर्वे कराया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि यह सर्वे पूरी तरह से फर्जी है। घर बैठे ही ग्राम केसरा के सचिव द्वारा सपनादर के सरपंच से मिली भगत कर गरीबों को अमीर बता दिया गया और जिनके पक्के के मकान, टे्रक्टर व मोटरसाईकिल है उन्हे इस सर्वे में गरीब बता दिया गया। यही नहीं इस सर्वे में सपनादर के सरपंच, उपसरपंच, पूर्व सचिव व उनके रिश्तेदारों, परिवार वालों का नाम जोड़ा जा रहा है। उक्त मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर से जांच कराकर उचित कार्यवाही करने की मांग की है।