नल जल योजना में 43 लाख के काम का हुआ बंदरबांट, विभाग सो रहा कुम्भकर्णी नींद

सूरजपुर 

प्रतापपुर से “राजेश गर्ग”

विकासखंड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत चलगली में आम जनता को बेहतर जन सुविधा उपलब्ध कराए जाने लाखों रुपए की लागत से तैयार की गई नाल जल योजना महज शो पीस बनकर रह गई है। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े लाखों रुपए के कार्य का आज तक पीएचई विभाग के अधिकारियों द्वारा सुध न लिए जाने से उनके कार्य शैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत चलगली में वर्ष 2015-16 में पीएचई विभाग द्वारा शासन के निर्देशानुसार 43 लाख रुपए की लागत से नल नल जल योजना की स्वीकृति प्रदान की गई थी। विभागीय अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्य के दौरान  मॉनिटरिंग ना किए जाने की वजह से ठेकेदार द्वारा मनमानी पूर्वक घटिया इस स्तर का कार्य करा शासकीय राशि का बंदरबांट कर दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि लाखों रुपए की लागत से कराए गए उक्त निर्माण कार्य में टंकी ढलाई स्तरहीन कराये जाने की वजह से निर्माण के बाद पानी भरने पर टंकी से पानी लीकेज कर रहा है । आरोपी यह भी है कि बिछाई के पाइप लाईन पानी का प्रेशर नहीं खेल सकी  जिससे कई जगह पाइप फटने से पानी लीकेज होने लगा है । क्योंकि घटिया निर्माण कार्य की शिकायत क्षेत्रवासियों द्वारा कई बार विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से भी की जा चुकी है,  बावजूद इसके ब्यवस्था सुधार कराए जाने हेतु अब तक किसी ने कोई ठोस पहल नहीं की है। लाखों रुपए के कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाने से ग्रामवासियो में काफी नाराजगी है । क्षेत्र के लोगों ने अव्यवस्था के संबंध में इन दिनों शासन द्वारा चलाये जा रहे लोक स्वराज अभियान के अंतर्गत भी शिकायत कि गईं  है। आलम यह है कि ठेकेदार द्वारा यहां पर लाखों रुपए का निर्माण कार्य करा दिया गया है लेकिन कार्य स्थल पर सूचना पटल तक नहीं लगाया गया है सूचना पटल न होने की वजह से लोगों को उक्त संबंध में भी वास्तविक जानकारी भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है । क्षेत्रवासियों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा यहां पर अब अपने अमानक स्तर के कार्य का छीपाने लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामवासियो द्वारा नाराजगी जताये जाने के बाद हो रहे उक्त लीपापोती के खेल में अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कुंभकर्णी नींद में सो रहे विभागीय अधिकारियों द्वारा जल्द ही सुधार कार्य गुणवक्ता के साथ न कराए जाने पर आने वाले भीषण गर्मी के दिनों में भी आम जनों को पेयजल की गंभीर समस्या से जूझना पड़ेगा।
इस संबंध में पीएचई विभाग के उपयंत्री प्रिमल तिवारी ने बताया कि योजना में यहां पर 6 किलोमीटर तक पाइप लाइन विस्तार कर आमजनों को बेहतर पेयजल सुविधा उपलब्ध करानी है। उन्होंने कहा कि 5 मार्च तक ठेकेदार को रिपेयरिंग हेतु निर्देश दिया गया है|