तीसरे दिन भी सरगुजा की शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल

अम्बिकापुर (निलय त्रिपाठी)  संविलियन/शासकीयकरण, क्रमोन्नति सहित वर्षों पुरानी 9 सूत्रीय अपनी मांगों को लेकर शिक्षाकर्मियों के अनिश्चित कालीन हड़ताल मे चले जाने से पूरे जिले की शिक्षा व्यवस्था ठप्प हो गयी है । शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के प्रांतीय सह संचालक हरेन्द्र सिंह एवं सुनील सिंह ने बयान जारी कर कहा की लगातार 20 वर्षों से संघर्षरत  रहने के बाद भी आज तक हमारी मांग अधूरी है । शासन कहती है की शिक्षाकर्मियों के सेवा शर्तों मे कहीं भी संविलियन का जिक्र नही है इस कारण हमारी मांग नाजायज है । प्रदेश के 180000 शिक्षाकर्मी मुख्यमंत्री से जानना चाहते हैं की यदि हमारी सेवा शर्तों मे कहीं संविलियन का उल्लेख नही है तो चुनावी घोषणा पत्र में किस आधार पर हमारी मांग पूरा करने का आश्वासन दिया गया था  या तो आपका घोषणा पत्र झूठा था या तो आज आपकी इच्छाशक्ति कम हो गयी है जिसके कारण आप अपने वादे से मुकर रहे हैं ।
जिला संचालक मनोज वर्मा,सर्वजीत पाठक एवम् राकेश वर्मा  व अम्बिकापुर ब्लॉक संचालक अमित सोनी व अजय मिश्रा तथा निर्झर मंदिलवार ने शासन को चेतावनी देते हुए कहा की जब तक हमारी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार नहीं किया जायेगा तब तक सरगुजा जिले के पुरे 2060 शालाओं का बहिस्कार करते हुए समस्त शिक्षाकर्मी अपनी अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रखेंगे और आगामी समय मे  आंदोलन को और अधिक उग्र किया जायेगा । आज अम्बिकापुर  हड़ताल स्थल पर विभिन्न संगठनों के द्वारा उपस्थित होकर हड़ताल को अपना समर्थन दिया गया । इसी क्रम मे लुण्ड्रा विधायक चिंतामणी महराज उपस्थित होकर अपना समर्थन दिया । साथ ही छग कांग्रेश जोगी से दानिश रफ़ीक ने अपने साथियों के साथ उपस्थित होकर अपना समर्थन दिया…