जहां चंदा से लेकर विसर्जन तक महिलाओं की जिम्मेदारी

मां महामाया महिला सेवा समिति ने कायम कर रखी है मिशाल

अम्बिकापुर

नगर के जिला अस्पताल मार्ग में पिछले 10 वर्षो से लगातार माता दुर्गा की प्रतिमा को रखते आ रहीं मां महामाया महिला सेवा समिति अपने आप में एक मिशाल है। महिला सेवा समिति द्वारा जहां समाज में कई प्रकार के आयोजन किये जाते रहे है । वहीं मोहल्ले में दुर्गा पंडाल को रखकर आपसी प्रेम व सद्भावना को समिति ने जोडे रखा है।  यहां माता दुर्गा की प्रतिमा को रखने के लिए चंदा इकटठा करने से लेकर माता के विसर्जन तक सम्पूर्ण कार्य व प्रतियोगिता का संचालन समिति की महिलाएं ही करती आ रही है।

महिलाओं की इस पहल को देखते हुए आस पास के मोहल्लें भी उनके साथ एक जुट होकर माता की अराधना तो करते ही है।  विभिन्न प्रतियोगिता में भी सभी एक परिवार की तरह भागीदारी निभाते हुए उसे पूर्ण करते है।  पिछले 10 वर्षो से चली आ रही यह परम्परा अन्य मोहल्लों की महिलाओं के लिए एक मिशाल बनी हुई है। मां महामाया महिला सेवा समिति में बुजुर्ग महिलाओं सहित युवा व बालक बालिकाओं की विशाल संख्या प्रतियोगिता में हिस्सा लेती है । नवरात्र क उपलक्ष्य में यहां आयोजित कार्यक्रम के बारेे में समिति की सांस्कृतिक सचिव मीना वर्मा व राजलक्ष्मी ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन पंडाल के सामने बच्चों के कई खेल कुद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था । दूसरे दिन आयोजित डांडिया में बच्चों तथा बुजुर्ग महिलाओं में गजब का उत्साह देखा गया । मटकी फोड़ प्रतियोगिता सहित अनेक प्रतियोगिताओं के बाद जश गीत का कार्यक्रम भी यहां महिलाएं अपने कंधों पर उठा के रखती हैै।

समिति की अध्यक्ष अन्यपूर्णा सिन्हा , प्रेमा देवी , देव लक्ष्मी , सरंजना , ललिता , प्रकाशों , सोनमती , बबली , अंजू , सरस्वती देवी , तुला देवी , पूजा सहित अन्य महिलाओं की यह समिति दुर्गा पूजा के साथ – साथ अन्य जशगीत कार्यक्रम में भी हिस्सा लेती है। विसर्जन के समय महिलाओं का बडा समूह यहां  दिखायी देता है। धूमधाम से नाचते गाते ढोल नगाढों के साथ महिलाएं होली खेलती हुई माता का विसर्जन करती है।