जब वाड्रफनगर के 5 वर्ष के शौर्य ने दी पुलिस महकमे दस्तक..तो एसपी ने गले लगा लिया बाल आरक्षक को ..और शौर्य के साथ शौर्य से भरा रहा पुलिस महकमे का दिन..

बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..आपने अक्सर दिवंगत पुलिसकर्मियों के परिजनों को अनुकम्पा नौकरी मिलते देखा और सुना होगा..पर कल का दिन बलरामपुर पुलिस के लिये शौर्य से भरा रहा ..पुलिस कप्तान से लेकर समूचा पुलिस महकमा उत्सुक था..और उनकी उत्सुकता इसलिए थी कि..जब जिले में सबसे कम उम्र के पांच साल के शौर्य ने बाल आरक्षक के रूप में अपनी आमद पुलिस लाईन में दी..और इस बाल आरक्षक को कप्तान टीआर कोशिमा ने गले लगा लिया..

दरसल जिले के वाड्रफनगर चौकी में पदस्थ आरक्षक अनूप कुमार मिश्रा का लम्बी बीमारी के बाद ईलाज के दौरान 3 नवम्बर 2016को निधन हो गया था..और उसके निधन के बाद पुलिस महकमे ने दिवंगत अनूप के परिजनों से अनुकम्पा नौकरी के लिए अर्जियां मंगवाई थी..पर अनूप की पत्नी और उसकी बड़ी बेटी ने अनूप के छोटे बेटे शौर्य को अनुकम्पा नौकरी देने पर अपनी सहमति दे दी थी..तब शौर्य की उम्र महज डेढ़ से दो वर्ष के बीच थी..

वही कल जब शौर्य ने 5 वर्ष की दहलीज पर पहुँचा तो..उसे उसके दिवंगत पिता की जगह अनुकम्पा नौकरी दी गई..समूचा पुलिस महकमा शौर्य के आमद की राह तकता रहा..और वह इसलिए कि वह क्षण और पल इतिहास के पन्नो में दर्ज होने को आतुर था..जिले के पुलिस महकमे में सबसे कम उम्र का शौर्य हौसले से लबरेज पुलिस लाईन में अपने परिजनों के साथ जिला पुलिस बल में शामिल होने पहुँचा था.मौके पर मौजूद सभी की आंखे भर आईं थी..और वो आंसू खुशी के आंसू थे..

बता दे की वैसे तो बाल आरक्षकों की तैनाती पुलिस लाईन में होती है..पर नन्हे सिपाही शौर्य के परवरिश को ध्यान में रखते हुए उसकी पदस्थापना वाड्रफनगर चौकी में पुलिस अधीक्षक श्री कोशिमा के निर्देश के बाद कर दी गई है..जहाँ शौर्य के दादा बतौर वायरलेस ऑपरेटर के रूप में तैनात है..