कारखानों में श्रमिकों की सुरक्षा के इंतजाम हो : श्रम मंत्री

रायपुर

श्रम मंत्री श्री भईया लाल राजवाड़े ने प्रदेश के कारखानों में श्रमिकों की सुविधाओं और सुरक्षा के सम्पूर्ण इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने श्रम अधिकारियों की बैठक में कहा कि सभी कारखानों में निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप श्रमिकों को सुरक्षा और मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए, ताकि कारखानों में होने वाली आकस्मिक घटनाओं से श्रमिकों के सुरक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि 200 से ज्यादा श्रमिकों वाले कारखानों में प्राथमिक चिकित्सा सुविधा के साथ ही एम्बुलेंस की भी सुविधा मिलनी चाहिए। श्री राजवाड़े ने अधिकारियों को नियमित रूप से कारखानों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

श्री राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश के कारखानो में विभिन्न प्रकार के कार्यों को ठेकेदारों के माध्यम से कराया जाता है। ठेकेदारों द्वारा किए जाने वाले सभी प्रकार के कार्यों को प्रबंधन के श्रमिकों द्वारा कराने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार के कामों को करने का ज्ञान होना चाहिए और इसके लिए उन्हें कारखानों में ही प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। इसकी भी व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्री राजवाड़े ने श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों को दी  जाने वाली समस्त प्रकार के सुविधाओं और बीमा योजना, छात्रवृत्ति आदि का लाभ वास्तविक व्यक्ति को समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों की वेतन नियमित रूप से उनके बैंक एकाउंट के माध्यम से जमा कराने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। श्री राजवाड़े ने कहा कि श्रमिक पंजीयन के लिए अनुबंधित चाइस सेंटरों का आकस्मिक निरीक्षण करे और ऑन लाइन पंजीयन पंजीयन का कार्य को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि वास्तविक श्रमिक का ही पंजीयन होना चाहिए, इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। श्री राजवाड़े ने प्रदेश में बाल श्रम पर अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन संस्थानों में नाबालिग बच्चों से काम लिया जा रहा है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। प्रदेश के चाय दुकानों और ढाबों में रात्रि के समय आकस्मिक निरीक्षण करें और बाल श्रमिक पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई करें। बैठक में बताया गया कि राज्य के 27 जिलों में नौ लाख 76 हजार 559 श्रमिकों का पंजीयन किया जा चुका है। बैठक में विभागीय सचिव श्री जितेन्द्र कुमार सहित राज्य भर से आए श्रम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।