अब तक व्यवस्थित नही हुई विद्युत क्षेत्र की व्यवस्था

ग्रामीण विभागीय लापरवाही से परेशान

अम्बिकापुर

एक सप्ताह पूर्व आए तेज आंधी – तूफान के बाद शहर की बदतर हुए बिजली व्यवस्था को दो दिनों के भीतर बिजली विभाग ने ठीक कर दिया पर शहर से लगे ग्राम डिगमा एवं खैरबार के आधे हिस्से में लुंड्रा क्षेत्र के गंझाडंाड़ बांकी जलाशय एरिया में आठ दिनों से ग्रामीण अंधेरे में डूबे हुए हैं । परन्तु विद्युत विभाग कार्य की अधिकता बताकर इन जगहों में जाने से परहेज कर रही है। जिससे कई पोल्ट्री व्यवसायियों में विभाग के लापरवाहीपूर्ण रवैये से असंतोष व्याप्त है।

नगर से लगे ग्राम डिगमा में बीते दिवस आये आंधी तूफान की वजह से ट्रांसफार्मर खराब हो गया था । जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने विभाग के एक जिम्मेदार कर्मचारी से कर तत्काल दूसरा ट्रांसफार्मर लगाये जाने की मांग की थी । सूत्रों की माने तो उक्त कर्मचारी द्वारा तत्काल ट्रांसफर्मर लगाये जाने के एवज में ग्रामीणों से पर घर पांच सौ रूपए की मांग की गई थी । ग्रामीण तत्काल विद्युत व्यवस्था सुचारू होने की लालशावश उक्त कर्मचारी को पांच -पांच सौ रूपए दे दिए थे । परन्तु कर्मचारी द्वारा आज तक ग्राम डिगमा में ट्रांसफार्मर स्थापित नहीं कराया गया है जिससे वहां के ग्रामीण अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे है। वहीं ग्रामीणों में विभाग उस कर्मचारी के प्रति आक्रोश व्याप्त हो रहा है। यदि ऐसा ही हाल रहा तो ग्रामीणों का गुस्सा फुटते देर नही लगेगी और विभाग को एक बार फिर अपने कर्मचारी की वजह से सर्मिदंगी एवं ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर खैरबार के खुदीपारा स्थित ट्रांसफार्मर के समीप हाईटेंशन पोल में वृक्ष के डंगाल गिर जाने से दो पोल का वी एंगल तार सहित टूटकर गिर गया, जिसे सप्ताह भर बाद भी दुरूस्थ नहीं किया जा सका है। ऐसी स्थिति में उक्त पूरा इलाका ही अंधेरे में डूबा है। अम्बिकापुर शहर के बिजली अधिकारी सिर्फ इस कारण इसे दुरूस्थ नहीं करा रहे , क्योंकि यह इलाका शहर में नहीं बल्कि बतौली सब डिविजन से संचालित होता है।

काफी मशक्कत के बाद शुक्रवार को बतौली से विद्युत कर्मचारी पहुंचे परउनके पास जरूरी सामान न होने के कारण मरम्मत कार्य भी नहीं किया जा सका। ऐसे में ग्रामीणों में बिजली विभाग के प्रति काफी आक्रोश है। सप्ताह भर पूर्व 29 अक्टूबर को जिले में आए तेज आंधी-तूफान व ओलावृष्टि के दौरान संभाग मुख्यालय सहित आसपास के कई क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पूरी तरह चैपट हो गई थी। शहर में कई विद्युत पोल धराशायी हो गए थे और शहर के साथ ग्रामीण इलाकों की भी हालत खराब हो चुकी थी। इसी दौरान शहर से लगे ग्राम खैरबार खुदीपारा के समीप हाईटेंशन विद्युत तार व पोल पर ही वृक्ष के कई बड़े डंगाल टूटकर गिर एग थे, जिससे हाईटेंशन तार के साथ पोल में गा वी एंगल भी क्षतिग्रस्त हो गया हो गया।

बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने निश्चित रूप से अम्बिकापुर शहर व आसपास के क्षेत्र में विद्युत की ध्वस्त व्यवस्था को युद्धस्तर पर काम कर दो दिनों से भीतर दुरूस्थ कर दिया था। शहर से लगे खैरबार के आधे हिस्से पर शहर से बिजली सप्लाई होती है, उसे ठीक कर लिया गया पर खैरबार के अन्य मोहल्ले बांकी डेम क्षेत्र, करौंदाझरियांख्, अमहियापारा,अमेराडूगु के साथ लुंड्रा ब्लाक का गांव गंझाडांड़ की विद्युत व्यवस्था सुधारी नहीं जा सकी। इस क्षेत्र में तकिया सब स्टेशन से विद्युत सप्लाई किया जाता है पर व्यवस्था बतौली सब डिवीजजन के जिम्ेम है। ऐसे में अम्बिकापुर डिविजन के विद्युत अधिकारी – कर्मचारी शहर से लगे इस क्षेत्र की जिम्मेदारी से अलग है।

ऐसी परिस्थिति में आठ दिन बाद भी क्षतिग्रस्त हाईटेंशन तार को जोडा नहीं जा सका है। क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता ने मामले की जानकारी जिले के वरिष्ठ विद्युत अधिकारियों को दी तब जाकर शुक्रवार को बतौली से विद्युतकर्मियों की टीम शहर से लगे खैरबार गांव पहुंची किंतु उनके पास वी एंगल और अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध न होने के कारण मरम्मत कार्य नहीं कर सके, जबकि बड़ी संख्या में ग्रामीण विद्युतकर्मियों की मदद के लिए पहले से तैनात थे। पिछले आठ दिनों से उक्त पूरा इलाका अंधेरे में डूबा हुआ है।
मौके पर पहुंचे विद्युतकर्मियों का कहना है कि उन्हें उपकरण उपलब्ध कराया जाएगा तभी वे मरम्मत कार्य कर पाएंगे। उधर ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है कि शहर से लगे होने के बावजूद बिजली व्यवस्था दुरूस्थ करने की जिम्मेदारी बतौली क्षेत्र कोे है। ऐसे में 40 किमी दूर से आकर कोई कर्मचारी उनके गांव की बिजली व्यवस्था दुरूस्थ नहीं कर सकता । ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम पंचायत खैरबार के अमहियापारा, बांकी जलाशय क्षेत्र ,अमेराडुगू, पनिकापारा की बिजली व्यवस्था अम्बिकापुर शहर से ही जोड़ दिया जाए, ताकि अव्यवस्था का सामना न करना पड़े।