अभी भी कई लोग को स्मार्ट कार्ड से होना पड रहा है वंचित

शासन इस दिशा में उदासीन

जांजगीर चांपा (संजय यादव) क्षेत्र में कई लोगों का स्मार्ट कार्ड आज तक नहीं बन पाया है। लोग 3-3 बार कैंप में जाकर फोटो खिंचवाए हैं, उनको भी आज पर्यन्त कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है। शायद शासन इस दिशा में उदासीन है। इससे इस योजना के लाभ से गरीब वंचित हो रहे हैं। नागरिकों ने शीघ्र ही स्मार्ट कार्ड बनाने की मांग की है। गौरतलब है कि शासन ने जिस कंपनी को इस काम के लिए अधिकृत किया है, वह इस मामले में गंभीर नजर नहीं आ रहा है। स्मार्ट कार्ड हर आदमी के लिए इलाज का प्रमुख माध्यम बनता जा रहा है। स्मार्ट कार्ड हालांकि अनिवार्य नहीं है, लेकिन जिसके पास नहीं है वह ठगा सा महसूस कर रहा है। स्मार्ट कार्ड बनना कब आरंभ होगा, इसके बारे में कोई भी ठीक से बता नहीं पाता है। जिन लोगों का बन गया है, उनके लिए अब इलाज 30 हजार से बढ़कर 50 हजार रुपए का होगा। शासन इलाज की राशि तो बढ़ा रही है। लेकिन जिन लोगों का नहीं बना है, उनके लिए क्या होगा, यह नहीं बता पा रही है।

 

स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए विगत वर्ष जिस कंपनी को काम दिया गया था। वह ग्रामीण क्षेत्र में काम भी शुरू कर दी थी। लेकिन कर्मचारियों द्वारा बनाने के नाम पर उगाही किए जाने पर शिकायत हुई। उसके बाद कंपनी के कर्मचारी गायब हो गए और काम बंद हो गया। कुछ लोग तो स्मार्ट कार्ड के लिए बकायदा फोटो खिंचवा चुके हैं तो कुछ लोगों के लिए आवेदन का एक सिस्टम बनाया गया था, जिसमें नगर पालिका से आवेदन लेकर पार्षद से प्रमाणित कराकर अस्पताल में जमा करना था। ऐसे सैकड़ों लोगों ने 21 अगस्त 2015 तक फार्म जमा किए मगर उनका भी इलाज आरंभ नहीं हो सका। शासन की इस कल्याणकारी योजना से गरीब तबके के लोग अपना इलाज समुचित ढंग से कर सकें।