Chhattisgarh: SDM का राखड मामले में नोटिस अब सवालों के घेरे में, बैक डेट में जारी किया गया नोटिस या मामले को दबाना चाह रहे जिम्मेदार

देवेंद्र

सक्ती। जिले में लगातार राखड डंपिंग के मामले सामने आ रहे हैं। जिस पर जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे हैं। आपको बता दें कि हमारे द्वारा लगातार शासकीय जमीन पर बने तालाबों पर राखड़ डंपिंग किया जा रहा है। जिस पर कार्यवाही के लिए लगातार मुहिम चलाई जा रही है। जिसको लेकर आज ग्राम पंचायत बड़े सीपत के साबरिया डेरा के पास तालाब है। जिस पर राखड़ डंपिंग किया जा रहा है। जिस पर कार्रवाई के लिए एक डेढ़ माह पहले मालखरौदा एसडीएम से शिकायत किया गया था।

शिकायत में लिखा गया था कि ग्राम पंचायत बड़े सीपत में साबारिया डेरा के पास तालाब है। जिसमें पानी का उपयोग किया जाता है। जिसको राखंड से पाटा जा रहा है। जिस पर तत्काल कार्रवाई कर रोक लगाई जाए लेकिन एक माह बाद भी एसडीएम ने कार्यवाही नहीं की। जिसके बाद लगातार खबर प्रकाशित के बाद शनिवार को एसडीएम ने नोटिस जारी किया। जिसमें डेट 17/11/2022 लिखा था। जिस पर बैक डेट पर नोटिस जारी किया गया है। जो कि अब सवालों के घेरे में है। नोटिस में साफ लिखा है कि 2 दिनों के भीतर ग्राम पंचायत बड़े सीपत के सरपंच को जवाब प्रस्तुत करना है।

लेकिन आपको बता दें कि यह आदेश जारी हुए 15 दिन हो चुके हैं पर इसे आज जारी करते हुए बैक डेट में जारी किया गया है। सवाल यही पर नहीं रुकते क्योंकि नोटिस में कई ऐसे बात है कि जो चौंकाने वाली बातें हैं। एसडीएम ने नोटिस जारी करते हुए 2 दिन कहा लेकिन आज 15 दिन बीत गए हैं। नोटिस के हिसाब से सबसे बड़ा सवाल यह है कि आज 15 दिनों के बाद कैसे इस नोटिस को सरपंच और शिकायतकर्ता को दिया गया।

क्या जिम्मेदार अधिकारी मामले को दबाने की प्रयास कर रहे थे या फिर इस पर ध्यान नहीं दे रहे थे। यह समझ से परे है। या तो अब तक कार्यवाही हो जाना था या फिर मामला रफादफा करने में लगे थे। अगर एसडीएम स्पष्टीकरण मानते हैं तो उसका दो दिवस के भीतर जवाब मांगने के बजाय आज 15 दिन बाद मीडिया और शिकायतकर्ता और सरपंच को देने का मतलब क्या है।