लंच पॉलिटिक्स : सीएम भूपेश बघेल करेंगे कांग्रेस के वरिष्ठ एवं पूर्व मंत्री राजा सुरेंद्र बहादुर के महल में लंच… राजा के घर जाने से महंत समर्थको में नाराजगी.. सक्ति सियासत गरमाई..

जांजगीर-चांपा। सक्ति में कल सीएम भूपेश बघेल के आगमन को लेकर अभी से सियासत गरमा गई है। जिसको लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। सीएम भूपेश बघेल का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के महल में लंच करने की खबर आ रही है बताया जा रहा है कि 12:55 से लेकर 1:10 तक सीएम भूपेश बघेल राजा सुरेंद्र बहादुर के महल पर जा रहे हैं। जिसको लेकर सियासत गरमाई हुई है, बताया यह भी जा रहा है कि, अब विरोधियों के तेवर बदले बदले से लग रहे हैं।

आपको बता दें कि, सक्ति में राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह एवं सक्ति विधायक डॉ चरणदास महंत के बीच दरारे आ गई हैं। पिछले चुनाव के बाद दोनों के बीच मतभेद खुलकर सामने आए हैं। महंत समर्थकों एवं सुरेंद्र बहादुर समर्थकों के बीच कई बार विवाद की स्थिति भी बनी। मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में सुरेंद्र बहादुर सिंह के दत्तक पुत्र धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्वागत का कार्यक्रम रखा गया है। वही गाजे-बाजे के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत राजा के महल में करने जा रहे हैं। हजारों की संख्या में भीड़ जुटाने में धर्मेंद्र सिंह लगे हुए है। वही सुनने में आ रहा है कि राजा के महल में जाने के कार्यक्रम तय होने के बाद विरोधियों की चाल नाकाम साबित होते दिख रही है।

वही चर्चा यह है कि विरोधियों द्वारा राजा के महल जाने का कार्यक्रम को डालने की कोशिश भी की जा रही थी। लेकिन विरोधी सफल नहीं हो पाए। अभी तक देखा जा रहा है कि, तय समय के अनुसार राजा के महल में मुख्यमंत्री का लंच करना तय माना जा रहा है। वही सुरेंद्र बहादुर सिंह के लिए मुख्यमंत्री का महल में आना बहुत बड़ी बात हो सकती है। वहीं राजनीतिक पंडित इस लंच पॉलिटिक्स के कई मायने निकाल रहे हैं। वही शहर की जनता में अलग-अलग चर्चाएं गर्म है। राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह भी समय-समय पर अपने विरोधियों को जवाब देते रहते हैं। पिछले महीने ही अपने दत्तक पुत्र धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में बहुत बड़ा आदिवासी सम्मेलन कर शक्ति प्रदर्शन के रूप में आयोजन कराया था। जिसको लेकर महन्त समर्थकों के बीच कहासुनी भी हुई थी। बाद में महंत समर्थकों ने भी एक आदिवासी सम्मेलन करके सुरेंद्र बहादुर सिंह को भी दिखाया था की आदिवासी वोट उनके पक्ष में हैं।

हालांकि इस के कई मायने निकल कर सामने आ रहे हैं वही सीएम भूपेश बघेल का राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के महल जाना बहुत बड़ी पॉलिटिक्स लग रही है, क्योंकि भूपेश समर्थक एवं महंत समर्थक सक्ति की सियासत में दो गुटों पर बटे हुए हैं। दोनों समर्थक एक दूसरे को फूटी आंख देखना पसंद नहीं करते। जिसका उदाहरण समय-समय पर शहर के राजनीतिक कार्यक्रम में देखा जाता रहा है। अब आने वाला समय ही बताएगा कि, इस लंच पॉलिटिक्स का नतीजा क्या निकलता है। वहीं कांग्रेस पार्टी में अब दोनों गुटों को सीएम भूपेश बघेल के सामने जोरदार शक्ति प्रदर्शन कर अपने आप को दिखाने का भी मौका मिल गया है। वही राजा को भी बहुत बड़ा मौका सीएम भूपेश बघेल ने दिया है।

आपको बता दें कि राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह भी अपने दत्तक पुत्र धर्मेंद्र सिंह को पॉलिटिक्स में लाकर आने वाले चुनाव में लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा जाने की मंशा जाहिर कर के डॉक्टर चरण दास महंत अपने पुत्र सूरज महंत को भी तैयार कर रहे हैं।