शिक्षाकर्मीयों के भरोसे चल रहे शहर के अधिकांश प्राइवेट स्कूल..नही होती कार्रवाई….

– नियमो के विरूध है शिक्षाकर्मीयों को प्राइवेट स्कूलों मे अध्यापन कराना
जांजगीर चांपा। शहर के अधिकांश प्राइवेट स्कूल शिक्षाकर्मीयो के भरोसे चल रहा है। अपने मूल स्थान मे अध्यापन कार्य को छोड़ प्राइवेट स्कूल के अलावा प्राइवेट टियूशन क्लासेस दे रहे है। शासकीय स्कूलो मे पदस्थ होने के बाउजुद कई शिक्षाकर्मी नाम मात्र के लिए स्कूल जाकर साइन कर वापस प्राइवेट स्कूल के साथ- साथ निजी टियूशन दे रहे है। इस प्रकार सरकार शिक्षाकर्मी के मांग के अनुरूप संविलियन के बाद भी शिक्षाकर्मीयों द्वारा इस प्रकार अध्यापन कार्य कराना नियम विरूध है। वही सरकार जहां शिक्षा मे सुधार की बात करती है। तो उसकी ओर शासकीय पद पर पदस्थ होने के बाउजुद शिक्षाकर्मी शिक्षक बच्चों को भगवान भरोसे छोड़, चंद रूपयों के लालच में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। इस प्रकार देखा गया है, कि शहर के दर्जनो प्राइवेट स्कूलो में शिक्षाकर्मी अध्यापन कार्य करा रहे है। इसके अलावा वे निजी टियूशन भी दे रहे है। अपने पदस्थ स्थान मे न जाकर कर वे दोहरा लाभ ले रहे है। दुसरी ओर इन प्राइवेट स्कुल के संचालक इन शिक्षाकर्मीयों के बदोलत अपना स्कूल चमका रहे है। जहां बकायदा विषय पूरा करने के लिए शिक्षाकर्मी शिक्षको से एकमुस्त ठेका होता है जो 2000 से 3000 रूपये तक होता है शिक्षक उसे 4 महिने मे पूरा कराये या 6 महिने मे , कोर्स पूरा करने तक उनको मोटी सैलरी देकर हायर सेकण्ड्री क्लास के लिए अपने स्कूल मे नियुक्त किया जाता है। एक दिन मे ही एक से अधिक निजी स्कूलो में जाकर शिक्षक अध्यापन कार्य कराता है. पर इन शिक्षको पर कार्रवाई नही होती न ही संबंधित ब्लाक के बीईओं को इस मामले की जानकारी होती और न ही जिले के शिक्षा अधिकारी को, जिसका लाभ ये शिक्षक उठाते है।

इस प्रकार की सूचना हमे अभी तक नही मिली थी अगर इस प्रकार का मामला आता है, तो इनकी मौके पर जाकर प्रमाणित दस्तावेज की जांच की जायेगी और सही पाये जाने पर कार्रवाई करेगें। शिक्षाकर्मी प्राइवेट स्कूलो के अलावा निजी टियूशन क्लास नही चला सकते।
जीपी भास्कर,जिला शिक्षा अधिकारी ,जांजगीर