विल्पुत होते वन्य प्राणी की तस्करी करने वाले चार आरोपी आए पकड़ मे. कई के प्राण लेकर जा रहे थे बेंचने

बिलासपुर . मुंगेली जिले के वनविभाग औऱ अचानकमार टाइगर रिजर्व ने अपनी संयुक्त कार्रवाई मे 4 ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो वन्य प्राणी की तस्करी कर रहे थे. मुखबिर की सूचना पर की गई इस कार्रवाई मे सभी आरोपी वन्य प्राणी सरीसृप गोह को जंगल से पकडकर भागने की फिराक मे थे.

जिवे के लोरमी बस स्टैंड से वनविभाग ने मुखबिर की सूचना पर चाप, संदिग्ध लोगों से पूंछताछ कर उनके सामान की तलाशी ली. तो आरोपी के पास से 35 गोह के अंग बरामद हुए. फिलहाल जिले के वनविभाग औऱ अचानकमार टाइगर रिजर्व की संयुक्त कार्रवाई मे पकड़े गए चारो आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम की धाराओ के तहत कार्रवाई चल रही है. गौरतलब है कि पकडे गए आरोपी गोह अवशेष को जादू टोटके में उपयोग के लिए महंगे दामो में बेचते थे.

क्या है गोह (Monitor lizard)

गोह सरीसृपों के स्क्वामेटा गण के वैरानिडी कुल के जीव हैं, जिनका शरीर छिपकली जैसा दिखता है. लेकिन उससे बहुत बड़ा होता है.

गोह अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, अरब और एशिया आदि देशों में फैले हुए हैं. ये छोटे बड़े सभी तरह के होते है, जिनमें से कुछ की लंबाई तो 10 फुट तक पहुँच जाती है. ज्यादातर इनका रंग भूरा रहता है. इनका शरीर छोटे छोटे शल्कों से भरा रहता है. इनकी जबान साँप की तरह दुफंकी, पंजे मजबूत, दुम चपटी और शरीर गोल रहता है. इनमें कुछ अपना अधिक समय पानी में बिताते हैं और कुछ खुश्की पर, लेकिन वैसे सभी गोह खुश्की, पानी और पेड़ों पर रह लेते हैं. ये सब मांसाहारी जीव हैं, जो मांस मछलियों के अलावा कीड़े मकोड़े और अंडे खाते है।