विधायक जी प्रदेश अध्यक्ष से आखिर क्यो बना रहे है दूरियां..?

प्रदेश अध्यक्ष ने ली बैठक , पर नदारत रहे विधायक

जोगी कांग्रेस की ओर झुकाव, विधान सभा मे बना चर्चा का विषय

जांजगीर चांपा (संजय यादव) जांजगीर चांपा विधान सभा से कांग्रेस विधायक मोती लाल देवागंन इन दिनो लोगो के लिए चर्चा का विषय बने हुये हैं । संगठन के लोगो के अलावा आम लोगों मे भी चर्चा है कि, क्या इन दिनो प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मोती देवागंन की दुरियां बढ़ने लगी है. या विधायक पूरी तरह अस्वस्थ नजर आ रहे हैे कि कुछ भी हो टिकिट तो मुझे ही मिलनी है। कारण कुछ भी हो सकता है पर लोगो ने जब प्रदेश अघ्यक्ष की बैठक मे जांजगीर चांपा विधायक मोती देवागंन का नही पहुचना एक चर्चा का विषय जरूर बन गया हैं । वही लोग तरह -तरह का चर्चा करने लगे है लोग तो यहां तक कह रहे है कि विधान सभा चुनाव के आते -आते विधायक का झुकाव जोगी कांग्रेस की ओर न होे जाये । ऐसा लोगो द्वारा कयास लगाया जा रहा हैं । ऐसे भी पहले मोती देवागंन जोगी के कटटर समर्थक माने जाते थे. पर जोगी के कांग्रेस पार्टी से अलग हो जाने से दुरियां बढ़ गयी. हो सकता है कि चुनाव के अंत में फिर से अपना पाला बदल कर जोगी कांग्रेस मे शामिल हो जाये। मोती देवागंन की संगठन से ऐसे भी दुरियां रहती है। जिला मुख्यालय के कार्यक्रम मे कभी -कभी ही दिखाई देते है। गिने चुने कार्यक्रम में वे सिरकत करते है। संगठन के अध्यक्षा व विधायक की दुरियंा किसी से छिपी नही है। वैसे भी कांगेस पार्टी आपना एक स्थाई कार्यालय भी जिला मुख्यालय में अबतक नही बना पाई है। अब देखना होगा कि विधायक आने वाले विधान सभा चुनाव में संगठन के लोगो को एकजुट कर पाते है की नही या अपना पाला बदल कर जोगी कांग्रेस की दामन थामते है। जांजगीर चांपा विधान सभा में जो मिथक चली आ रही है उस हिसाब से इस बार बीजेपी की बारी है। इस विधान सभा में किसी भी पार्टी के विधायक दोबारा जीत कर नही आये है। हर बार लेागेा ने विधायक बदले है। एक बार बीजेपी की विधायक विजयी होते हैं तो एक बार कांगे्रस के विधायक चुने जाते है। देखना होगा की आने वाले समय में कांगे्रस विधायक मोती लाल देवागंन का रूख किस पार्टी मे रहेगा कांग्रेस मे ही रहेगें या जोगी कांग्रेस मे जा सकते है।