बेबस पिता ने लगाई गुहार …. मेरी पुत्री मरी नहीं, उसे मारा गया है

  • ग्राम बरढोढी में विवाहिता के कथित आत्महत्या का मामला
  • पिता ने लगाई कलेक्टर-एसपी से न्याय की गुहार

 

अम्बिकापुर

नगर की मणीपुर चौकी अंतर्गत ग्राम बरढोढी में 7 मई के दिन एक विवाहिता द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने के मामले में उसके पिता ने आज कलेक्टर व एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। विवाहिता के पिता का कहना है कि घटना दिवस के दिन पुलिस द्वारा पंचनामा के दौरान मृतक महिला के पति का बयान लिया गया था। जिसमें उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट करने की बात स्वीकार की थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा न तो उसके पति के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया और न ही मामले की निष्पक्ष जांच की गई। परिजनों का आरोप है कि मेरी पुत्री स्वयं मरी नहीं, बल्कि उसे मारा गया है।

ज्ञापन में बताया गया है कि गत 7 मई को ग्राम बरढोढी में मोती बाई नामक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर महिला के पिता व मणीपुर पुलिस मौके पर पहुंची थी। शव को नीचे उतारने के बाद पंचनामा व महिला के पति का बयान लिया गया था जिसमें महिला के पति घरभरन दास ने सुबह मारपीट करना स्वीकार किया था। महिला के अंतिम संस्कार के बाद उसके पिता झंडीदास ने मणीपुर चौकी पहुंच अपनी पुत्री को आत्महत्या करना नहीं, बल्कि मारकर फांसी पर लटका दिये जाने का आरोप लगाया था। मृतक महिला के पिता का कहना है कि पंचनामा के दिन जब घरभरन दास ने मारपीट की बात स्वीकार की थी तो पुलिस ने मामला क्यों नहीं दर्ज किया और मामले की निष्पक्ष जांच क्यों नहीं की। मृतिका के पिता का आरोप है कि मणीपुर पुलिस आरोपी से रूपये लेकर मामला रफा-दफा करने में लगी हुई है। महिला के पिता का आरोप है कि पूर्व में भी उसके पति द्वारा कई बार मारपीट व प्रताडि़त किया जाता रहा है, जिसकी जानकारी उसने उन्हें दी थी। एक बार तो पंचायत में भी मारपीट का सुलह किया गया था। मृतिका के परिजन सुबह से ही कलेक्ट्रेट पहुंच न्याय की गुहार लगाते हुये कलेक्टर व एसपी से मुलाकात करना चाही गई लेकिन किसी कारण वश उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। देर शाम तक काफी संख्या में परिजन कलेक्ट्रेट में ही जमे हुये थे और आस लगाये हुये थे कि उच्च अधिकारियों के पास शिकायत करने के बाद ही उन्हें न्याय मिल पायेगी।