अस्पताल की अव्यवस्था देख भड़की SDM

निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए डाॅक्टर और अन्य कर्मचारी

अम्बिकापुर 

उदयपुर/क्रान्ति रावत 

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर में मधुमक्खी काटने का मरीज दर्द से तड़पते रहा और अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती गर्भवती महिलाएं एवं जांच के लिए आई अन्य गर्भवती महिलाएं डाॅक्टर की अनुपस्थिति में अस्पताल परिसर में परेशान नजर आए।  गुरूवार को सायं साढ़े छः बजे मरीज के परिजनों ने अनुविभागीय अधिकारी आईएएस श्रीमती नुपुर राशि पन्ना को मोबाईल से डाॅक्टरों के नही रहने की सूचना दी। अनुविभागीय अधिकारी तत्काल मौका निरीक्षण के लिए अस्पताल पहुंची। अस्पताल में ड्यूटी चार्ट तक मौजूद नहीं था। वहां का नजारा देखकर अनुविभागीय अधिकारी भड़क उठी जिम्मेदार डाॅक्टरों को उनके स्टाॅफ एवं स्वयं अनुविभागीय अधिकारी द्वारा फोन लगाया परंतु किसी ने फोन नहीं उठाया तो किसी का फोन अनरिचेबल बताया। अस्पताल में उपस्थित मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं से पुछताछ करने पर ज्ञात हुआ की गर्भवती महिलाएं चार बजे सायं से आकर बैठी है परंतु उन्हे देखने के लिए कोई डाॅक्टर नहीं आया। ड्यूटी रजिस्टर का निरीक्षण करने पर कुल सात लोग अनुपस्थित पाए गए जिनकों एक दिन के लिए अवैतनिक करने की अनुशंसा की गई । निरीक्षण के दौरान ही इमरजेंसी डाॅक्टर एवं बीएमओ पहुंचे जिनसे पुछताछ करने पर किसी ने मीटिंग में जाना बताया तो किसी ने कहा वह आन काॅल ड्यूटी पर है। साथ ही निरीक्षण के बाद उपस्थिति रजिस्टर को अपने साथ ले गई। एसडीएम ने बीएमओ को व्यवस्था में सुधार करने का सख्त निर्देश भी दिया। इसी बीच मधुमक्खी काटे मरीज बिथल राम ग्राम नुनेरा को प्राथमिक चिकित्सा के बाद 108 से जिला चिकित्सालय अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया। एक ओर शासन द्वारा करोड़ों की लागत से सर्वसुविधायुक्त अस्पताल भवन का निर्माण कर उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है एवं इस अस्पताल को एफआरयु का दर्जा भी प्रदान किया गया है। परंतु अस्पताल में नियुक्त डाॅक्टर एवं अन्य कर्मचारियों की लापरवाही से मरीज आज भी बेहाल है, छोटी से छोटी बिमारियों के मरीजों को एडमिट करने के बजाए जिला चिकित्सालय रेफर किया जा रहा है। अनुविभागीय अधिकारी की उक्त कार्यवाही से अस्पताल स्टाॅफ में हड़कंप मचा हुआ है।