राजनीतिक रसूख के सामने नतमस्तक थी पुलिस..पर देर आये दुरुस्त आये की तर्ज पर..कर लिया अपराध दर्ज…

सूरजपुर प्रदेश के उत्तर छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा में प्रदेश के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और उनके वर्दहस्त सत्ता पक्ष के नेताओ का खौफ जगजाहिर है..इसी बीच गृह मंत्री के भतीजे पर एक नाबालिग युवती ने बिन ब्याही माँ बनाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी थी..जिसके कई महीने बीत जाने के बाद पुलिस ने मामले कार्यवाही करते हुए गृह मंत्री के भतीजे के विरुद्ध 376 का मामला दर्ज कर लिया है…
दरसल गृह मंत्री राम सेवक पैकरा के बड़े भाई स्व.रामपति के पुत्र शमोध पैकरा पर भटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बुंदिया निवासी एक नाबालिग युवती ने यह आरोप लगाया है की, वर्ष 2014 में जब वह गृह मंत्री के गृह ग्राम चेन्द्रा में रहकर पढ़ाई करती थी ..इस दौरान शोधन और उसके बीच प्रेम सम्बन्धो ने जन्म लिया जिसके बाद शोधन उससे शादी का झांसा देकर लगातार दुष्कर्म करता रहा..इसी बीच शमोध के पिता की मृत्यु के बाद शमोध की अनुकम्पा नौकरी एसईसीएल कम्पनी में लगी और उसने गर्भवती हो चुकी नाबालिग युवती का हाथ थामने से मनाकर दिया…समय बीतता रहा और शादी के बंधन के झांसे के बीच उक्त युवती ने एक बच्ची को जन्म दिया..वही बिन ब्याही माँ बनी युवती का राजनैतिक रसूख के चलते सब ने किनारा कर लिया…
पीड़िता ने गृह मंत्री के भतीजे पर कार्यवाही करने
पुलिस चौकी चेन्द्रा में शिकायत की ..लेकिन तत्कालीन चौकी प्रभारी रहे पुलिस अधिकारी ने गृह मंत्री के रसूख के सामने घुटने टेक दिए..मामले में कार्यवाही तो दूर..पीड़िता पर जबरिया दबाव बनाकर उसे पुलिस चौकी से वापस भेज दिया गया..पीड़िता इंसाफ की लड़ाई लड़ती रही..उसने पुलिस चौकी से लेकर आईजी सरगुजा तक शिकायत की…
आखिरकार इस मामले में आईजी सरगुजा के हस्तक्षेप के बाद शमोध पैकरा पर 376 का अपराध दर्ज किया गया है..लेकिन पुलिस अपराध दर्ज करने में लेट लतीफी को विभागीय कार्यवाही की प्रक्रिया बता रही है..
फिलहाल पुलिस ने सूबे के गृहमंत्री के भतीजे पर दुष्कर्म का मामला तो दर्ज कर लिया है..बावजूद इसके पुलिस गिरफ्त से बाहर आरोपी की गिरफ्तारी कब तक हो पाती यह देखने वाली बात है…