ये नक्सली करते थे संतरी डयूटी और गांव मे मीटिंग की भी करते थे व्यवस्था.. अब सलाखों के पीछे..

दन्तेवाड़ा.. इन दिनों बस्तर में नक्सलियों के आमद रफ्त की रफ्तार लगभग धीमी हो चली है..बारिश ने नक्सलियों का रास्ता रोक लिया है..और यही वजह है की एक के बाद एक जनमलिशिया सदस्य पुलिस गिरफ्त में आ रहे है.. जो पुलिस के लिए ना सिर्फ कामयाबी का संकेत है..बल्कि दक्षिण बस्तर के विभिन्न थानों में नक्सलियों के विरुद्ध दर्ज लंबित मामलों का पटाक्षेप हो सकेगा…

बता दे की दक्षिण बस्तर में पुलिस और सीआरपीएफ नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मानूसन चला रहे है..जिसके जरिये गाँवो में छिपे नक्सलियों की तस्दीक कर उनको गिरफ्तार किया जा रहा है..जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा, डीआईजी (ऑप्श)रतनलाल डांगी, सीआरपीएफ डीआईजी एन के लाल,दक्षिण बस्तर दन्तेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव, एडिशनल एसपी (ऑप्श) जीएन बघेल सयुंक्त रूप से कर रहे है..

आज इस अभियान के तहत पुलिस और सीआरपीएफ की सयुंक्त टीम जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र में सर्चिंग पर निकली थी..इस दौरान पुलिस ने जनमलिशिया सदस्य 27 वर्षीय खूंटा उर्फ बामन मंडावी पिता हूंगा,तथा 40 वर्षीय भीमा कवासी पिता बेला कवासी को ग्राम बड़ेगुडरा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है..

पुलिस के अनुसार इन दोनों के विरुद्ध 27 जुलाई 2017 को सर्चिंग के लिए निकली जवानों की टीम पर एटेपाल के पास अंधाधुन्द फायरिंग करने तथा 10 जून 2018 को हल्वारास तालाब में बांध निर्माण में लगे मिक्सर मशीन को जलाने के अपराध दर्ज है..

वही ये दोनों जनमलिशिया सदस्य नक्सलियों द्वारा गाँवो में की जाने वाली मीटिंग की व्यवस्थाओं समेत नक्सलियों की संतरी ड्यूटी और पुलिस की रेकी किया करते थे…