आखिर सीएम को बार- बार पामगढ़ क्यो आना पड़ रहा है?…..

  • भाजपा के जनाधार में गिरावट मुख्य वजह ..
  • भाजपा के लिए कीमती है पामगढ़ सीट ..
  • जांजगीर चांपा (संजय यादव)पामगढ़ विधानसभा से भाजपा से विधायक अंबेश जागड़े है। यहां वर्षो बाद 2014 के विधानसभा में भाजपा का खाता खुला था। इस लिए भाजपा इस सीट को  गवांना नही चाहती। वही पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा अभी हाल मे यहां से भाजपा का जनाधार कम होने का अनुमान भाजपा को लग गया हैं। सूत्रो की माने तो एक न्यूज एजेंसी सर्वे के अनुसार भाजपा के लिए यह सीट आने वाले विधान सभा चुनाव के लिए बहुत मुश्किले खड़ी कर सकती है। पिछले चुनाव के अपेक्षा भाजपा का वोट बैंक मे इस बार गिरावट होने जा रहा है। इस लिए इस विधान सभा मे प्रदेश के मुख्या डां रमन सिंह का दौरा कार्यक्रम बार-बार रखा जा रहा है भाजपा नही चाहती की यहां से सीट गंवाये । वही भाजपा का जनाधार कम होने का कारण यहां के विधायक अबंेश जागडें की निष्क्रियता को कहा जा रहा है। दुसरा कारण इस बार इस क्षेत्र के बसपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक दाउ राम रत्नागर की बसपा मे वापसी हुई हैं, जिसके चलते आने वाले विधानसभा मे भाजपा का समीकरण बिगड सकते है। इसके पहले यहां छ.ग. के मुख्यमंत्री का दौरा कार्यक्रम 4 से 5 बार हो चुका है। इस बार फिर से विकास यात्रा मे पामगढ़ आ रहे है। वही यहां के लिए मुख्यमंत्री को बार -बार कार्यक्रम का होना यही संकेत दे रहा है कि यहां भाजपा की वोट बैंक मे गिरावट न हो, और आने वाले विधानसभा मे फिर से एक बार भाजपा की विजय हो…
लेकिन इस बार प्रदेश के मुख्या का बार – बार दौरा कार्यक्रम से लोगो मे चर्चा का विषय बन गया हैं। वही विपक्ष सत्ता दारी विधायक पर आरोप लगा रहा है कि यहां विकास होता तो प्रदेश के मुख्या का बार- बार आना नही पड़ता।  न्यूज एजेंसी के सर्वे को माने तो इस क्षेत्र के कार्यकर्ता अपने विधायक से नाराज चल रहे है. क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की नाराजगी विधायक के लिये आने वाले विधान सभा चुनाव में भारी पड़ सकता है। कार्यकर्ताओं की इस नाराजगी से विधायक की  किरकिरी हो सकती है. बार-बार प्रदेश के मुख्य के क्षेत्र मे कार्यक्रम में आना इसी बात से कयास लगाया जा सकता है कि बडी मेहनत से भाजपा की पामगढ़ सीट से विजयी मिली थी वो संससदीय सचिव के इस व्यवहार से कही गवानी न पड़ जाय इसी कारण प्रदेश के मुख्य मंत्री का दौरा पामगढ़ में होने जा रहा है।
 भाजपा कार्यकर्ताओं की शिकायत हैं कि विधायक अपने कार्यकर्ताओ की नही सुनते. प्रदेश के संगठन में भी इस बार प्रदेश मे चैथी बार भाजपा सरकार को लाना चाहती है तो एक -एक सीट को मजबुत करना होगा. इस कारण प्रदेश संगठन किसी भी सीट को कमजोर होने से बचाने के लिए कोई रणनीति अपना सकती है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार इस बात से इंकार नही किया जा सकता है कि आने वाले समय में पामगढ़़ से अंबेश जागडे़ की जगह नये उम्मीदवार को भी तैयार किया जा सकता है।