मोदी जी.. सरकारी कार्यालय में महिलाओ के लिए नही है TOILET और दे दिया ODF का अवार्ड

ODF के तमगे पर लगा कलंक… इस कार्यालय में दस वर्ष से नहीं है शौचालय

 

अम्बिकापुर-(आकाश प्रधान) प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत अम्बिकापुर में घर घर शौचालय बनवाये गए और प्रदेश के प्रथम ओडीऍफ़ नगर निगम का गौरव भी अम्बिकापुर को प्राप्त हुआ.. लेकिन इसके पीछे की हकीकत कुछ और ही है.. अम्बिकापुर में एक ऐसा शासकीय कार्यालय है जहाँ पिछले दस वर्षो से शौचालय नहीं है.. और ना ही स्वछता अभियान के तहत इस कार्यालय में शौचालय बन सका है…लिहाजा कार्यालय में पदस्थ महिला कर्मचारी बिना शौचालय के दफ्तर में काम करने में शर्मसार हो रही है।

अम्बिकापुर के जल संसाधन विभाग के कार्यालय में पिछले दस वर्षो से शौचालय ही नहीं है.. जिससे यहाँ कार्यरत महिला कर्मचारियों के सामने बड़ी समस्या बनी हुई है.. कार्यालय में पदस्थ महिलाओं ने ही बताया की यहाँ शौचालय नहीं है खुले में ही हम लोग जाते है.. कभी कोई छत से देखता रहता है तो कभी अगल बगल से.. नौकरी करने को मजबूर ये महिलाए खुले में निस्तार करने की वजह से शर्मसार भी है… इतना ही नहीं निगम को मिलने वाले अवार्ड के समाचार को देख कर ये महिलाए हंसती है और कहती है की ये कैसा खोखा अवार्ड है।

 

दिया तले अन्धेरा जैसी कहावत तो आपने सुनी ही होगी लेकिन अम्बिकापुर में प्रशासन ने इस कहावत को चरितार्थ कर दिया है… घर घर में शौचालय बनवाने वाला प्रशासन अपने ही एक कार्यालय में शौचालय नहीं बनवा सका है.. लगता है प्रधानमंत्री जी के सपनो को पूरा करने में अधिकारी इतने मशगूल हो गए की इन्हें अपना ही दफ्तर नहीं दिखा…वही विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने बताया की हमने कई बार शौचालय बनाने के लिये निवेदन किया है लेकिन अभी भी स्वीकृति नहीं मिली है। बहरहाल अंबिकापुर नगर निगम मिले ओडीऍफ़ के तमगे का माजाक उड़ा रहा है बिना शौचालय का यह कार्यालय..जलसंसाधन विभाग के इस कार्यालय में महिलाए भी खुले में शौच करने जाती है,, और नगर निगम समेत जिला प्रशासन दिल्ली व रायपुर में अवार्ड लेकर थोथी वाहवाही ले रहा है।