एंकर_सरगुजा का मेडिकल कॉलेज प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज होगा, जहां पढ़ने वाले छात्र स्किल लैब के जरिए बीमारी और उसके निदान की प्रक्रिया सीख सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने न सिर्फ इस लैब का उद्घाटन किया। बल्कि यह भी कहा कि इसके जरिए मेडिकल के छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जा सकेगी। इधर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी इस स्किल लैब के जरिए बच्चों की पढ़ाई में और निखार आने के साथ ही बीमारियों की विविधता और उसके तत्काल निवारण की प्रक्रिया समझने में सहयोग मिलने की बात कही।

दरअसल, स्किल लैब कृत्रिम मानव अंगों के जरिए बीमारी और उसके निराकरण के विधि को बताने की प्रयोगशाला है। अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में स्किल लैब के तमाम उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। जहां मेडिकल कॉलेज के छात्र मानव शरीर और उसके अंगों को बेहतर तरीके से समझ और सीख सकेंगे। इसके पहले अलग-अलग अंगों को जानने और समझने के लिए मेडिकल कॉलेज छात्रों को मानव शरीर की आवश्यकता पड़ती थी, इसकी कमी के कारण कई बार मेडिकल कॉलेज के छात्र बेहतर प्रशिक्षण से वंचित रह जाते थे। यही कारण है कि स्किल लैब के जरिए नवजात शिशु से लेकर वृद्ध व्यक्ति तक के मानव शरीर और अंगों के कृत्रिम अंग यहां उपलब्ध कराए गए हैं। जिससे मेडिकल कॉलेज के छात्र मानव शरीर और उसके बीमारियों से अवगत हो सकें।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्किल लैब के शुभारंभ के साथ ही ऐसी सुविधा हर मेडिकल कॉलेज में जल्द ही उपलब्ध कराए जाने की बात कही, तो वहीं अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इस स्किल लैब के जरिए छात्रों को बेहतर शिक्षा देने की बात कह रहा है।