घनघोर जंगल में मिला कांग्रेस नेता का कंकाल, गांववालों के उड़े होश, फोरेंसिक जांच जारी



मंडला. मध्यप्रदेश के मंडला जिले के हिरना छापर गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब बधिया तेंदू कोहरी जंगल में एक नर कंकाल मिला. कंकाल देखते ही गांववालों के होश उड़ गए. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके का मुआयना किया और कंकाल को जब्त किया. गांववालों का कहना है कि यह नर कंकाल 65 साल के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का है. वह मानसिक रूप से बीमार थे और लापता हो गए थे. पुलिस और एसएफएल टीम आगे की जांच कर रही हैं.

निवास थाना प्रभारी सुरेश सोलंकी ने बताया कि एक नवंबर 2022 को हिरना छापर गांव के काशी राम मरावी ने थाने में हरि लाल की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. उसके बाद से ही पुलिस और पूरा परिवार उनकी तलाश कर रहा था. लेकिन, उनका कहीं कुछ पता नहीं चला. पुलिस और परिजन लगातार इस मामले में कई दिनों तक खोजबीन करते है. इस बीच 15 फरवरी को हरि लाल के कुछ परिजन किसी काम से बधिया तेंदू कोहरी जंगल गए थे. यहां घनघोर जंगल की राम फूल की झाड़ियों में उन्हें एक कंकाल मिला.

कंकाल के गले में था कांग्रेस का गमछा

परिजनों ने बताया कि नर कंकाल देखकर उनके होश उड़ गए. वे जैसे-तैसे उसके पास गए और मुआयना किया. उसे देखते ही वे हैरान रह गए. क्योंकि कंकाल के गले में हरि लाल के कपड़े और कांग्रेस का गमछा डला हुआ था. परिजनों ने बताया कि इससे पता चला कि यह कंकाल उनके लापता परिजन हरि लाल मरावी का ही है. उसके बाद परिजनों ने गांववालों को बताया. उन्होंने पुलिस को फोन करके मौके पर बुला लिया.

पुलिस ने जब्त किया कंकाल

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कंकाल जब्त किया. पुलिस ने मौके पर एसएफएल टीम को भी बुला लिया है. परिजनों ने बताया पिछले एक साल से हरि लाल मानसिक रूप से बीमार थे. वह पहले भी घर से बिना बताए जा चुके थे. हिरना छापर गांव के सरपंच काशी राम ने बताया की हरि लाल मरावी पूर्व जनपद सदस्य और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रहे हैं. वे मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए थे. इस बार वे पिछले साल 28 अक्टूबर को बिना बताए घर से चले गए.