क्या नए साल में लगेगा लॉकडाउन? देश के ये 8 राज्य बने ओमिक्रॉन वेरिएंट के रेड जोन, देखें लिस्ट

नई दिल्ली. देश में ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अब तक 17 राज्यो में 422 केस सामने आए हैं. सबसे ज्यादा 108 केस महाराष्ट्र में आए हैं. इसके बाद लिस्ट में दिल्ली, तेलंगाना और तमिलनाडु हैं. दिल्ली में केस 79 हो गए हैं. इस बीच, सवाल उठा है कि क्या हालात बिगड़े तो महाराष्ट्र में एक बार फिर लॉकडाउन लगने जा रहा है? प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इसका जवाब दिया है. राजेश टोपे के मुताबिक, यदि महाराष्ट्र में ओमिक्रोन की स्थिति बिगड़ती है और ऑक्सीजन की कमी की स्थिति बनती है तो सरकार फिर से लॉकडाउन लगाने पर विचार कर सकता है.

महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा 6 अन्य राज्य ऐसे हैं जहां केस लगातार बढ़ रहे हैं। ये राज्य हैं गुजरात (43), तेलंगाना (41), केरल (38), तमिलनाडु (34), कर्नाटक (31), और राजस्थान (22). यहां भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है और राज्य सरकारें क्रिसमस तथा न्यू ईयर को देखते हुए सख्ती बरत रही है. आशंका जताई जा रही है कि इन राज्यों में भी लॉकडाउन लगाया जा सकता है.

हरियाणा, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों ने प्रत्येक में 4 मामले दर्ज किए हैं. वहीं जम्मू और कश्मीर और पश्चिम बंगाल में 3-3, उत्तर प्रदेश में 2 और चंडीगढ़, उत्तराखंड, लद्दाख में एक-एक ओमिक्रोन केस सामने आया है.

किस राज्य में ओमिक्रोन के कितने मरीज हुए ठीक

  • महाराष्ट्र- 42
  • दिल्ली- 23
  • गुजरात- 5
  • तेलंगाना- 0
  • केरल – 1
  • तमिलनाडु- 0
  • कर्नाटक- 15
  • राजस्थान- 19
  • हरियाणा- 2
  • ओडिशा- 0
  • आंध्र प्रदेश- 1
  • जम्मू और कश्मीर- 3
  • पश्चिम बंगाल- 1
  • उत्तर प्रदेश- 2
  • चंडीगढ़- 0
  • लद्दाख- 1
  • उत्तराखंड- 0

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को संकेत दिया कि वर्तमान में फिर से लॉकडाउन की आशंका से इंकार किया जा सकता है. राज्य में नए सिरे से लॉकडाउन तभी किया जाएगा. जब मेडिकल ऑक्सीजन की मांग 800 मीट्रिक टन प्रति दिन तक पहुंच जाए. इससे पहले सरकार में 24-25 दिसंबर की मध्यरात्रि से रात 9 बजे से सुबह 6 बजे के बीच सार्वजनिक स्थानों पर पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. महाराष्ट्र सरकार ने COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए क्रिसमस के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए थे.