चक्रवात ‘असानी’ को लेकर हाई अलर्ट… भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा, अंडमान और निकोबार में स्कूल-कॉलेज बंद; कई राज्यों में बारिश के आसार

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में पिछले कुछ दिन से बना निम्न दबाव का क्षेत्र आज प्रबल होने की संभावना है और चक्रवाती तूफान असनी के आने की पूरी संभावना है। जान-माल की हानि को देखते हुए सेना तक को अलर्ट पर रखा गया है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से मछुआरे को समुद्र में जाने से मना कर दिया गया है। निचले इलाकों से अंडमान प्रशासन ने स्थानीय लोगों को खाली कराना शुरू कर दिया है। अंडमान में भारी बारिश संभावना है। सेना के जवानों को अलर्ट पर रखा गया है। इसे देखते हुए अंडमान और निकोबार प्रशासन ने 21 मार्च यानी आज से एहतियात के तौर पर केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया है। द्वीपों के कुछ हिस्सों में दोपहर से ही भारी बारिश शुरू हो गई है।

भारतीय मौसम विभाग के निदेश मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि यह निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण बंगाल से अडमान और निकोबार द्वीप समूह में पहुंच चुका है। यह अंडमान निकोबार से होते हुए म्यांमार और बांग्लादेश की ओर मुड़ जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक पहले तेज हवाओं के साथ आंधी आएगी और यह प्रबल होकर चक्रवातीय तूफान में बदल जाएगा।

वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सोमवार को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव उत्तर की ओर आ रहा है।  जेनामणि ने कहा कि अभी तक यह एक डिप्रेशन है जो सोमवार सुबह तक एक डीप डिप्रेशन में बदल जाएगा और सोमवार शाम तक यह एक चक्रवाती तूफान में और तेज हो जाएगा। अगर यह एक चक्रवाती तूफान में उभरता है तो इसे साइक्लोन आसनी के नाम से जाना जाएगा।

आईएमडी के वैज्ञानिकों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि शनिवार शाम तक दक्षिणपूर्व और दक्षिण अंडमान समुद्र के ऊपर बना दबाव 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ने लगा है। बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी, कार निकोबार (निकोबार द्वीप समूह का उत्तरी भाग) के उत्तर-उत्तर-पूर्व के लगभग 200 किमी और पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीप समूह) के दक्षिण-दक्षिण-पूर्व के 100 किमी के ऊपर अवसाद, अगले में एक गहरे अवसाद में तीव्र हो जाएगा।

मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान में आज हवा की रफ्तार 65 किलोमीटर प्रति घंटे से 75 किलोमीटर तक पहुंच सकती है। शाम तक इसकी रफ्तार में और तेजी आएगी। अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में सामुद्रिक हलचलें तेज होने की संभावना है। इसके अलावा पूर्व मध्य और उससे सटे दक्षिण पश्चिम और उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में सामुद्रिक हलचलें तेज हो गई है। सोमवार को अंडमान द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इसके बाद भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

जारी किए हेल्पलाइन नंबर

तूफान को ध्यान में रखते हुए मछली पकड़ने, पर्यटन और शिपिंग गतिविधियों को रोक दिया गया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे कुछ और दिनों तक समुद्र में न जाएं। थलसेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक दलों को भी आने वाले चक्रवात के मद्देनजर सतर्क किया गया है। यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर : 03192-245555/232714 या टोल फ्री नंबर 1-800-345-2714 से अपडेट प्राप्त करने की सलाह दी है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय मंत्रालय केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन की मदद के लिए तैयार है।

चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए जहाज, एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, आपदा प्रबंधन टीम आदि को अलर्ट पर रखा गया है। अंडमान प्रशासन का कहना है कि किसी भी स्थिति से बचने के लिए लोगों को निकालने की पूरी व्यवस्था है। एनडीआरएफ टीम के 100 कर्मियों को 6 रिलीफ कैंप में लगाया गया है। तटरक्षक जहाज मछुआरों को बंदरगाह तक ले जा रहे हैं। 22 मार्च तक सभी अंतर-द्वीपीय सेवाओं को रद करने का आदेश दिया गया है। अंडमान में चक्रवात के कारण सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।