HM का पुतला-दहन नहीं रोक पाई पुलिस..भारी बल लगाने के बाद भी जले दो दो पुतले..!

गृह मंत्री द्वारा शक्कर कारखाना में दिए गए विवादित बयान के बाद बिफरे कांग्रेसियों ने जलाया पुतला

सूरजपुर/प्रतापपुर 

प्रतापपुर शक्कर कारखाना आठवां पेराई सत्र के उद्घाटन समारोह के अवसर पर प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के द्वारा दिए गए बयान के विरोध में कांग्रेसियों ने आमसभा कर गृह मंत्री का पुतला दहन किया। पुतला जलाने के बाद कांग्रेस जनों ने एसडीएम् को ज्ञापन सौंपा, पुलिस पुतला दहन को रोकने के लिए चाक चौबंद व्यवस्था की हुई थी लेकिन पूरे बल प्रयोग के बाद भी कांग्रेसियों ने दो अलग अलग स्थान पर पुलिस को चकमा देते हुए पुतला दहन कर दिया। आग लगने के बाद पुलिस ने कांग्रेसियों शिव पुतला छुड़ाने का प्रयास करते हुए जलते हुए पुतले को पानी से बुझा कर जप्त कर लिया है।

गौरतलब है कि महामाया शक्कर कारखाना केरता के 8 में पेराई सत्र का उद्घाटन करने पहुंचे प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने अपने उद्बोधन में कहा था कि कांग्रेसियों को ना तो गन्ना उत्पादन करना चाहिए और ना ही शक्कर कारखाना में गन्ना बेचना चाहिए इस से व्यथित होकर कांग्रेसियों ने पूर्व मंत्री डॉक्टर प्रेम शाय सिंह व भटगांव विधायक पारसनाथ राजवाडे के नेतृत्व में नगर के मुख्य मार्ग में आमसभा कर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा का पुतला दहन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री डॉक्टर प्रेम साय सिंह ने कहा की शक्कर कारखाना सरकार एवं किसानों की के शेयर से बना है सहकारिता के माध्यम से संचालित कारखाना में सभी गन्ना उत्पादक किसान गन्ना बेच सकते हैं इसमें किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए उद्घाटन सत्र में गृह मंत्री द्वारा दिया गया बयान अशोभनीय है इसकी घोर निंदा करते हैं गृहमंत्री पूरे प्रदेश के मंत्री हैं इनको सरकारी कार्यक्रम में कांग्रेसी किसान गन्ना का उत्पादन ना करें ना ही कारखाना में बेचे ऐसा नहीं कहना चाहिए शक्कर कारखाना की स्थापना के समय स्थानीय कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों ने पूर्ण सहयोग किया था तथा कारखाना के लिए जमीन भी दान में दिया था अगर गृहमंत्री की इच्छा है कि कांग्रेसी किसान गन्ना का विक्रय कारखाना में ना करें तो उन्हें नियम बनाकर गुड बनाने की छूट देना चाहिए भटगांव विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि कोई भी विधायक मंत्री चुनाव पुर तक ही किसी दल का होता है निर्वाचित होने के बाद पूरे क्षेत्र की जनता का विधायक व जनप्रतिनिधि होता है मंत्री बनने के बाद जनप्रतिनिधि पूरे प्रदेश का मंत्री होता है इस आशय का शपथ भी मंत्री लेते हैं संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देना चाहिए किसन सिर्फ किसान होते हैं इन को किसी दल से जोड़ना गलत है कांग्रेस समर्थित किसानों को भी गन्ना उत्पादन करके गन्ना बेचने का अधिकार है अगर गृहमंत्री की इच्छा है कि दल विशेष के लोग ही गन्ना का उत्पादन कर कारखाना में बेचे तो उन्हें इसके लिए कानून बनवाना चाहिए कार्यक्रम को किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष विद्यासागर सिंह अनिल गुप्ता नामदेव जगते जगत लाल आयाम अवधेश सिंह इम्तियाज जफर त्रिभुवन सिंह शिव भजन मरावी ने भी संबोधित किया सभी ने अपने संबोधन में गृहमंत्री के तुगलकी फरमान की निंदा की ओर इसे किसानों का अपमान बताया पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्य रुप से नगर कांग्रेस अध्यक्ष बलवीर यादव जनपद सदस्य संजीव श्रीवास्तव नवीन जायसवाल अनूप गुप्ता रविंद्र सिंह प्रियंकल तिवारी सतीश चौबे बनवारी गुप्ता धीरज कश्यप नईमुद्दीन खान बजरंग गुप्ता मासूम इराकी जितेंद्र आगरा हीरालाल बीफन रजक रोशन श्रीवास्तव अविनाश यादव राजा खान तनवीर अहमद मंजूर हसनेन मुकेश दुबे फक्रुद्दीन विक्की जायसवाल राजेश जायसवाल बाबूलाल घुरन सिंह नंदलाल गुप्ता शिवलाल सिंह राजनाथ यादव मंगल सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन उपस्थित रहे।

unnamed-5

बल प्रयोग के बाद भी जले दो दो पुतले

गौरतलब है की पुलिस ने गृह मंत्री का पुतला दहन रोकने के लिए जिले भर का बल प्रतापपुर में लगा रखा था जिसमे लाइन के बल के आलावा थाना प्रतापपुर, रामकोला भटगाँव सहित स्पेसल टीम को भी लगाया गया था खुद एसडीओपी यहाँ मोर्चा सम्हाले हुए थे इतनी मसक्कत के बाद भी कांग्रेसियों ने एक नहीं बल्की गृहमंत्री के दो दो पुतले जलाए और आग लग जाने के बाद पुलिस पानी डाल कर इस कदर पुतले को बुझाती रही जैसे सांप निकल जाने के बाद कोई लाठी पीट रहा हो