छत्तीसगढ़ में बनेंगे चार अल्ट्रा मेगा इस्पात संयंत्र

Steel Plants
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DR RAMAN (2)छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य में चार अल्ट्रा मेगा इस्पात संयंत्रों की स्थापना के लिए केन्द्र सरकार को प्रदेश की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने इन संयंत्रों की स्थापना के लिए केन्द्र द्वारा स्थल चयन किए जाने पर भी खुशी प्रकट की है और इसके लिए केन्द्र को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि इनकी स्थापना में छत्तीसगढ़ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ये अल्ट्रा मेगा स्टील प्लांट बस्तर जिले के डिलीमिली , जिला बिलासपुर के दगोरी, जिला दंतेवाड़ा के गीदम और जिला राजनांदगांव में स्थापित किये जायेंगे । मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संयंत्रों की स्थापना से राज्य के पिछड़े इलाकों के सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी आएगी और बड़ी संख्या में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री से आज नई दिल्ली में केन्द्रीय इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री जी. मोहन कुमार ने मुलाकात की और उन्हें इन इस्पात संयंत्रों की स्थापना के लिए केन्द्र की ओर से की जा रही कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ इन संयंत्रों के निर्माण के लिए एस.पी.व्ही. गठन के बारे में भी विचार-विमर्श किया।

बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इन मेगा अल्ट्रा स्टील प्लांट में  उत्पादित स्टील का अधिंकाश उपयोग राज्य के अधोसंरचना निर्माण में किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यह सुनिष्चित किया जायेगा की इन स्टील प्लांट की स्थापना से राज्य में ही वैल्यू एडीशन हो । इससे राज्य के लोगो को रोजगार उपलब्ध होगा । बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि स्टील प्लांट की स्थापना से प्रभावित ग्रामीणों का आधुनिकतम पुनर्वास किया जायेगा । उन्हें रोजगार , स्वास्थ्य और शिक्षा की आधुनिकतम सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी ।

बैठक में इस्पात सचिव श्री जी मोहनकुमार ने बताया कि राष्ट्रीय नीति के अनुसार देष में वर्ष 2025-26 तक प्रतिवर्ष 300 मिलियन टन  स्टील उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है । इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पॉवर सेक्टर की तर्ज पर एसपीवी बनाकर अल्ट्रा मेगा इन्टीग्रेटेड स्टील प्लांट स्थापित किये जाने का लक्ष्य है । छत्तीसगढ़ का योगदान इसमें सबसे महत्वपूर्ण होगा । छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने कहा कि राज्य सरकार स्टील प्लांट के लिए भू-अर्जन , वाटर लिंकेज , अधोसंरचना , आयरन एवं कोल लिंकेज , बिजली और पर्यावरण क्लियरेंस आदि की दिषा में  तेजी से कार्य करेगी ।