कवर्धा : कलेक्टर ने तहसील और नगरपंचायत दफ्तरों पर छापामार कार्रवाई की

-नगरपंचायत के सबइंजीनियर निलंबित,सफाईकर्मी बर्खास्त,तहसील बाबू को नोटिस
-हाट-बाजारों में आय,जाति और निवास प्रमाण पत्रों के लिए कैंप लगाने के निर्देश
-नगर पंचायत के निर्माण कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश

P Dayanandकवर्धा कलेक्टर पी.दयानंद ने सोमवार को कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के तहसील और नगर पंचायत दफ्तरों पर छापामार शैली में औचक निरीक्षण किया। इस छापामार कार्रवाही में कलेक्टर ने नगर पंचायत कार्यालय में पदस्थ सबइंजीनियर अशोक कंवर को निलंबित कर दिया एवं सफाई कर्मी शबन बाल्मिकी की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए।

बताया गया है कि सबइंजीनियर और सफाई कर्मी लम्बे समय से बिना अनुमति के अनुपस्थित है। इसी प्रकार तहसील कार्यालय में पदस्थ नरेन्द्र कुमार राणा को राजस्व प्रकरणों के काम-कॉज तथा प्रकरणों के निर्धारित रजिस्टरों में संधारित नहीं करने पर नोटिस जारी करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी कवर्धा को कहा है। कलेक्टर ने सहसपुर लोहारा तहसीलदार को कार्यालय के व्यवस्था दूरूस्त करने के कड़े निर्देश दिए है। नगर पंचायत सहसपुर लोहारा का निरीक्षण करते हुए स्वीकृत निर्माण कार्यों पर विशेष ध्यान देते हुए निर्माण कार्यो में गतिशीलता लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी वार्डो में जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पानी निकासी हेतु नाली निर्माण जैसे अन्य आवश्यक निर्माण कार्यो के लिये पार्षदों की अनुशंसा हेतु बैठक आयोजित कर जनहित कार्यो में विशेष ध्यान देने के लिये कहा। कलेक्टर ने नगर पंचायत एवं तहसील कार्यालय में हरियर छत्तीसगढ़ योजना के तहत छायादार एवं फलदार पोधा रोपण के निर्देश दिये।

कलेक्टर पी.दयानंद ने तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण करने हुए राजस्व विभाग द्वारा संधारित की जाने वाली समस्त रजिस्टरों का अवलोकन किया राजस्व पुस्तक परिपत्र 6/4 के तहत लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए लंबित सभी प्रकारणो पर आवश्यक कार्रवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा कि इस प्रकरण के तहत स्वीकृत आर्थिक सहायता प्रकरण लंबित नहीं रहने चाहिए। उन्होने कहा कि विपत्तिग्रस्त परिवारों तक स्वीकृत राशि जल्द से जल्द पहुंचने चाहिए। कलेक्टर ने नामातंरण पंजी, अतिक्रमण पंजी, बटवारा प्रकरण भू राजस्व वसूली कार्याे मे तेजी लाने के निर्देश दिए है।

    कलेक्टर ने कहा कि सभी राजस्व के मामलों के निराकरण पर विशेष ध्यान दें। सीमांकन के कार्यो को प्राथमिकता देने, उसके सभी प्रकरणों को पंजीकृत कर निराकरण करने और विवादित नामांतरण एवं बटवारा के प्रकरण को समय सीमा में निपटाने के लिये कहा। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारी अपने मूल कर्तव्यों पर विशेष ध्यान दें और राजस्व मामलों का निपटारा समय पर करायें। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में किसी प्रकार का बेजा कब्जा न हो, इसके लिये राजस्व अधिकारीगण निरंतर नजर बनायें रखें।

    कलेक्टर ने तहसील कार्यालय के सभी शाखाओं का निरीक्षण किया एवं सभी रजिस्टरों व पंजियों का अवलोकन भी किया। कलेक्टर ने राजस्व खाता विभाजन तथा किसानों द्वारा कब्जा वापस दिलाने संबधित प्रकरणों के आवेदनों का पंजीयन नहीं करने तथा संबधित रजिस्टरों में प्रकरणों को संधारित नहीं करने तथा रजिस्टरों में खामियां पाए जाने पर नरेन्द्र राणा सहायक ग्रेट-2 को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने रजिस्टर अवलोकन के दौरान खाता विभाजन के लिए बाम्हानटोला किसान सरजू पिता सालिक राम के द्वारा 28 मई 2014 को आवेदन दिया गया था इसी प्रकार कंचन बाई बेवा सालिक राम बाम्हान टोला तथा किसान शेरूदास पिता सोनदास ग्राम बिंडोरा के द्वारा भी खाता विभाजन के लिए आवेदन दिया गया था। इस आवदेन को आज तक संबंधित पंजी में पंजीकृत नहीं पाया गया। इसी प्रकार अ70 के तहत कब्जा वापस के लिए प्राप्त आवेदनों का भी संबंधित पंजी में पंजीकृत नहीं पाये गये। कलेक्टर ने पंजी अवलोकन करते हुए कहा कि राजस्व ऐसे महत्वपूर्ण कार्यो जो सीधे किसानों की हित से जूडे हुए है,ऐसे प्रकरणों पर पंजीयन नहीं किया जाना बेहद ही आपत्तिजनक है।

    कलेक्टर ने इस मौके पर राजस्व एवं अन्य काम काज के लिए आए सौकड़ो किसानों के बीच जाकर सभी किसानों स्कूली बच्चों के पालको से रूबरू होकर आय,जाति निवास प्रकारणों में हो रही देरी संबंधित शिकायत एवं समस्याएं सुनी। कलेकटर ने किसानों एवं पालाकों के समस्याओं के समाधान करते हुए तहसीलदार श्री महेश राजपूत को निर्देश करते हुए कहा कि आय, जाति निवास आवदेनों पर तत्काल कार्रवाही करते हुए सभी आवेदनों को एक निर्धारित समय पर आय, जाति तथा निवास प्रमाण पत्र मिल जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि आय,जाति एवं निवास संबंधित सभी आवेदनों के लिए अलग-अलग पंजी तैयार की जाए।

कलेक्टर ने पालको से आग्रह करते हुए कहा कि आय, जाति तथा निवास प्रमाण पत्रों के लिए किसी भी एजंेण्ट के साझे में ना आए। उन्हांेने कहा कि पालको तथा स्कूली बच्चों की सुविधाओं का ध्यान मेे रखते हुए इस प्रकरण के लिए अलग से काउॅटर बनाए जाऐंगे तथा वे सीधे इस कॉउटर में विभाग के कर्मचारी को ही आवेदन दें। किसी भी एजेंण्ट के माध्यम से आवदेन स्वीकार नहीं करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार को आय, जाति निवास के लिए विकासखण्ड के बड़े हॉट बजारों में शिविर लागाने के निर्देश दिए है, ताकि स्कूली बच्चों को शाला अध्ययन में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना आए।