महिला एवं बाल विकास मंत्री ने किया आंगनबाड़ी गुणवत्ता अभियान

रायपुर

  • आंगनबाड़ी गुणवत्ता अभियान की सफलता के लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी : श्रीमती रमशीला साहू

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने आज यहां नवीन विश्राम भवन में ‘आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान’ विषय पर नगर निगम रायपुर और बीरगांव के वार्ड पार्षदों के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि बच्चे समाज की नींव है, इसलिए समाज की मजबूती के लिए बच्चों का स्वस्थ और सुपोषित होना जरूरी है। गीली मिट्टी की तरह बाल्यकाल वह अवस्था है, जिसमें बच्चों के विकास को जैसा आकार देना चाहें दिया जा सकता है। प्रदेश के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने और उनके शारीरिक एवं बौद्धिक विकास के लिए पिछले चार जनवरी से राज्य में आंगनबाड़ी गुणवत्ता अभियान संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी है।
श्रीमती साहू ने आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान में सक्रिय और सकारात्मक भागीदारी के लिए नगर निगम रायपुर और बीरगांव के महापौर, सभापति और सभी वार्ड पार्षदों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य को कुपोषण से मुक्त बनाने के लिए सबका सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में कुपोषण का स्तर करीब 30 प्रतिशत है, जिसे हमें हर हाल में तय सीमा में 25 प्रतिशत तक लाना है। बच्चों के हित में आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभाग द्वारा दी जाने वाली सेवाओं को और बेहतर एवं प्रभावी बनाने के लिए लगातार प्रयास जारी है। गुणवत्तायुक्त रेडी-टू-इट की उपलब्धता के साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों में बिजली और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। आंगनबाड़ी भवन निर्माण की राशि में भी वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्य में लापरवाही और निष्क्रियता बरतने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों सहित गुणवत्ता विहीन रेडी-टू-इट बनाने वाले महिला समूहों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है।
नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे ने वार्ड पार्षदों के लिए आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान पर आयोजित कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों में कुपोषण चिंता का विषय है। इस समस्या को सामूहिक प्रयास से दूर किया जा सकता है। कार्यशाला को रायपुर जिले के कलेक्टर ठाकुर राम सिंह ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र दिखने में छोटी सी इकाई है, पर यह एक महत्वपूर्ण स्थापना है। इन केन्द्रों में बच्चों के रूप में भविष्य की पीढ़ी का निर्माण होता है। इस अवसर पर उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से सकारात्मक सोच के साथ कुपोषण मुक्ति की दिशा में काम करने की अपील भी की।
कार्यशाला में आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान पर आधारित प्रेरणादायी वीडियो फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा कुपोषण क्यों और कैसे, आंगनबाड़ी गुणवत्ता अभियान के प्रमुख घटक, अपेक्षाएं, चुनौतियां एवं समाधान विषय पर खुली चर्चा की गई। कार्यशाला में नगर निगम रायपुर और बीरगांव के महापौर और वार्ड पार्षदों द्वारा अभियान के तहत गोद लिए गए बच्चों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों की विस्तृत जानकारी दी गई। इन जनप्रतिनिधियों द्वारा अभियान के तहत किए गए विशेष कार्योे की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर बीरगांव नगर निगम के सभापति श्री योगेन्द्र सोलंकी, नगर निगम रायपुर में महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति सुश्री दिशा धोत्रे, रायपुर और बीरगांव नगर निगम के सभी वार्ड पार्षद तथा संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं  उपस्थित थे।