शराब प्रेमियों की बढ़ी समस्या..नहीं मिलेगी डिस्पोजल गिलास..!

आबकारी सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न

शराब विक्रय स्थल पर प्लास्टिक डिस्पोजल के उपयोग पर बैन-कलेक्टर

अम्बिकापुर

कलेक्टर भीम सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आबकारी सलाहकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि शराब दुकानों के आसपास काफी मात्रा में प्लास्टिक के बने डिस्पोजल एवं अन्य सामग्री बिखरे हुए पाये जाते हैं। इससे गंदगी तो फैलती ही है साथ ही पर्यावरण प्रदूषण भी होता है। उन्होंने शराब विक्रेताओं को निर्देशित किया है कि शराब विक्रय स्थानों पर प्लास्टिक से बनी सामग्री का उपयोग बिल्कुल न करें। उन्होंने शराब विक्रेताओं को निर्धारित समय में शराब दुकान खोलने एवं बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक शराब दुकान पर विक्रय की जाने वाली शराब का प्रचलित दर प्रदर्शित करना सुनिश्चित करें तथा निर्धारित दर पर ही शराब विक्रय करें। उन्होंने बताया है कि लोगों को शराब पीने की लत से होने वाली बीमारियों एवं परेशानियों के बारे में जनजागरूकता कार्यक्रम का संचालन भी किया जायेगा। जिला स्तरीय समिति द्वारा अधिकांशतरू पूर्व में किये गये विभागीय प्रस्तावों का ही अनुमोदन किया गया।

जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखते हुए कहा कि आबकारी विभाग में बहुत लम्बे समय से सिपाही एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, जिसका कुछ सिपाहियों द्वारा नाजायज फायदा उठाने की शिकायत प्राप्त होती रहती है, अतएव इन सिपाहियों का स्थानांतरण आवश्यक है। जनप्रतिनिधियों ने उदयपुर, लुण्ड्रा एवं मैनपाट में भी शराब दुकान खोलने का सुझाव दिया, ताकि इन स्थानों पर अवैध शराब विक्री को रोका जा सके। सदस्यों ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण एलएल-2 एवं एफएल-3 खोलने के लिए लाईसेंस फीस कम करने का प्रस्ताव भी रखा है। जनप्रतिनिधियों ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शराब बनाने पर कड़ी कार्यवाही करने कहा है। सदस्यों ने कहा कि शराब दुकानों पर सीसी टीव्ही कैमरा लगाना आवश्यक है, ताकि कम उम्र के बच्चों को शराब विक्रय न किया जा सके। बैठक में नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष जन्मजेय मिश्रा, पार्षद गण जनपद सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि शराब ठेकेदार, आबकारी अधिकारी श्री बिंझवार एवं अन्य विभागीय अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।