प्रबल प्रताप सिंह ने धर्मांतरण को बताया सांस्कृतिक आतंकवाद

धर्मांतरण का पाखण्ड बंद करे वरना अंजाम भुगतने रहे तैयार : प्रबल
कोरिया (तरुण प्रकाश) जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखंड खड़गवां के मेरो ग्राम में कल्याण आश्रम के द्वारा घर वापसी कार्यकम का आयोजन किया गया इस अवसर पर अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव जी के द्वारा 15 परिवारों का पैर धोकर अपने मूल धर्म परावर्तन करवाया गया ।इस आयोजन में स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जैसवाल के साथ साथ संघ एवम भाजपा के अनेक पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर श्री जूदेव ने कहा कि हमारे भोले भाले आदिवासी भाइयो की बहला फुसला कर उनका धर्म परिवर्तन किया जा रहा है जिसे हम कतई बर्दाश्त नही करेंगे उन्होंने इसे सांस्कृतिक आतंकवाद की संज्ञा दी ।धर्मान्तरण को राष्ट्रांतरण बताते हुए उन्होंने कहा जहाँ जहाँ हिन्दू घटे वह हिस्सा देश से कटता चला  गया ।उन्होंने भारत में केवल यहाँ उत्पन्न हुए धर्मों को ही प्रचार प्रसार का अधिकार दिए जाने की मांग करते हुए विदेशी धर्मो के प्रचार पर पूर्णतः प्रतिबन्ध करने के लिए कानून बनाने की मांग की।उन्होंने धर्मान्तरण में लिप्त लोगों को चेतावनी दी कि अगर यह बंद नहीं किया तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।चंगाई सभा पर अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा यह पाखंड तत्काल बंद हो और हमारे देवी देवताओं को अपमानित करने वाले बख्से नहीं जायेंगे।