सरगुजा में लोकप्रिय हुआ”रमन के गोठ”…बस्तों का बोझ हुआ कम..अब किसानो ने माँगी ईंधन सब्सिडी..!

[highlight color=”black”]अम्बिकापुर[/highlight] [highlight color=”red”]देश दीपक “सचिन”[/highlight]

सरगुजा के एक युवा किसान राहुल मिश्रा ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम रमन के गोठ तहत मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किसानो को डीजल में सब्सिडी देने की मांग की है। दरअसल इस युवा किसान ने अपने पत्र में लिखा है की बीते वर्षो में किसानो के खर्च का प्रतिशत तीन गुना बढ़ा है। लेकिन खरीदी का प्रतिसत दो गुना भी नहीं बढ़ सका है। अर्थात ऐसे में किसानो को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। और गैस सब्सिडी की तर्ज पर किसानो द्वारा खेत की जुताई, बोआई, कटाई के समय उपयोग किये जाने वाले संयत्र डीजल से ही चलते है। इसलिए मुख्यमंत्री जी से यह निवेदन किया गया है की वो किसानो के खेत के रकबे के अनुसार उन्हें सब्सिडी प्रदान करे।

युवा किसान राहुल मिश्रा ने सरकार यह सुझाव भी दिया है की किसानो को स्मार्ट कार्ड की तर्ज पर कार्ड बना कर दिए जाए जिससे वो किसी भी पेट्रोल पम्प में जाकर सब्सिडी का लाभ ले सके। गौरतलब है की सरगुजा में रमन के गोठ कार्यक्रम की लोकप्रियता तब और बढ़ गई जब अम्बिकापुर की छात्रा अपूर्वा दीक्षित ने सी एम् से स्कूल बैग का बोझ कम करने की मांग की और प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री ने अपूर्वा के निवेदन पर तत्काल शिक्षा विभाग को आदेश दिया था और इस बात की चर्चा रमन के गोठ कार्यक्रम में की थी। जिसके बाद अम्बिकापुर कलेक्टर ने सभी स्कूलों के बस्तों के वजन का पैमाना निर्धारित कर दिया है। लिहजा मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद युवाओं और किसानो में रमन के गोठ कार्यक्रम की लोकप्रियता और भी बढ़ गई।

बहरहाल सूबे के मुखिया ने बस्तों के बोझ कम करने का आदेश तो दे दिया लेकिन अब सरगुजा के किसानो की निगाहें सी एम् की ओर टिकी हुई है की कब उन्हें डीजल में सब्सिडी मिलेगी।