रायपुर के मरीन ड्राइव में 1987 से लग रहे दुकानों पर चला निगम का बुलडोजर, गरीबों की रोजीरोटी छीनी

Marine Drive Raipur: राजधानी के मरीन ड्राइव में 1987 से लग रहे दुकानों को आज सुबह निगम ने बुलडोजर चला कर हटा दिया। ये वही दुकानें है जिसे 2017 में निगम ने खुद 2 लाख 60 हजार में स्मार्ट दुकान के तौर पर दुकानदारों को बेचा था। अब पार्किंग न होने का हवाला देते हुए कल शाम सभी दुकानों को नोटिस जारी किया गया और आज सुबह दुकानों को हटाने के साथ साथ तोड़फोड़ भी की। बता दें कि, मरीन ड्राइव में कई खाने पीने की चीजों की दुकानें लगती थी। कोई 15 साल से दुकान लगा रहा तो कोई 10 साल से दुकान लगा रहा। किसी की तो चार पीढ़ी इस दुकान में काम करते आ रही। लेकिन आज सुबह निगम का बुलडोजर इन दुकानों में चला, अब दुकानदार रोजी रोटी के लिए इधर उधर भटक रहे।

मरीन ड्राइव स्मार्ट गुमटी संघ के अध्यक्ष और दुकानदार तुलाराम बाग ने बताया कि दुकान को धोखे से हटाया गया है। मरीन ड्राइव नहीं बना था तब से ठेला लगाते आ रहे हैं। मरीन ड्राइव बना तो नगर निगम खुद आकर बोला स्मार्ट बन गया तो स्मार्ट ठेला लेकर चलो, ₹260000 में निगम ने किस्तों में लेकर दिया था।

महापौर खुद इनॉग्रेशन किए थे, टैक्स भी हमेशा देते थे। आज अचानक से नोटिस लगा दिए, 24 घंटे के अंदर खेला हटाना पड़ेगा ऊपर से आदेश है। सुबह 5:30 बजे आकर 100 लोगों की टीम आई सारे ठेले उठाकर ले गयी दुकानों में तोड़फोड़ भी किया।

पान ठेला लगाने वाले संजय सोनवानी ने बताया 1987 से पान ठेला हैं। दादा जी पिताजी चलाते थे तब, अब मैं और मेरे बच्चे बैठते हैं। चार पीढ़ी से पान दुकान चल रहा है। दुकान हटा दिया गया रोजी-रोटी तहस-नहस कर दिया परिवार को कैसे चलाएं?

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लिटी चोखा के दुकानदार प्रेम गुप्ता ने कहा नगर निगम से विनती है। व्यवस्थापन कर दें, ताकि हम अपना व्यवस्था कर ले। वहां पर पार्किंग का कोई विषय नहीं है।