स्वामी विवेकानंद ने अपने ओजस्वी विचारों से देश-दुनिया को दी नई दिशा..डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री ने विवेकानंद जयंती पर जनता को दी बधाई

 

रायपुर, 11 जनवरी 2014

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कल 12 जनवरी को महान दार्शनिक और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर जनता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।डॉ. रमन सिंह ने विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि स्वामी जी केवल 39 वर्ष की युवा अवस्था में इस संसार को छोड़ गए लेकिन उन्होंने अल्प जीवन काल में भारतीय संस्कृति और भारतीय दर्शन को पूरी दुनिया में एक नई पहचान और नई प्रतिष्ठा दिलायी। वह एक ऐसे मनीषी थे, जिन्होंने अपने ओजस्वी विचारों से देश और दुनिया को नयी दिशा दी। स्वामी जी युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत थे।यही कारण है कि उनकी जयंती देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनायी जाती है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यह हम छत्तीसगढ़वासियों का सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद ने बालक नरेन्द्र के रूप में सन् 1877 के आस-पास अपने बचपन के लगभग दो वर्ष रायपुर में अपने पिता श्री विश्वनाथ दत्त के साथ बिताए, जो उस समय के प्रतिष्ठित वकील थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पावन धरती से स्वामी विवेकानंद के इस जुड़ाव को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने उनके 150वें जन्म वर्ष को यादगार बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्वामी विवेकानंद अध्ययन केन्द्र की स्थापना और वहां विवेकानंद साहित्य उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। स्वामी जी रायपुर के जिस घर में रहते थे, उस भवन को एक संग्रहालय के रूप में भी हम विकसित करेंगे। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत वर्षो में स्वामी विcm 5 1वेकानंद की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने के लिए वर्ष 2005 में उनके नाम पर तकनीकी विश्वविद्यालय की स्थापना की। छत्तीसगढ़ विधानसभा में हम सबने मिलकर संकल्प पारित किया और राज्य सरकार की पहल पर केन्द्र सरकार की ओर से वर्ष 2012 में राजधानी रायपुर के माना विमानतल का नामकरण स्वामी विवेकानंद विमानतल किया गया, जो देश का पहला और इकलौता ऐसा विमानतल है, जिसका नामकरण उनके नाम पर हुआ है। राज्य सरकार ने उनके 150वें जन्म वर्ष को यादगार बनाने के लिए मुख्यमंत्री युवा भारत दर्शन योजना की भी शुरूआत की है। इसके अन्तर्गत युवाओं को देश के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों और ज्ञान-विज्ञान के प्रसिद्ध केन्द्रों के अवलोकन के लिए निःशुल्क सामूहिक यात्रा में भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की चौथी विधानसभा के पांच दिवसीय प्रथम सत्र के पांचवे दिन कल मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सदन में छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से भारत के प्रज्ञा पुरूष स्वामी विवेकानंद छत्तीसगढ़वासी उनके जीवन और आदर्शो के प्रति अगाध श्रद्धा बनाए रखने का संकल्प प्रस्तुत किया था। पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच हुई चर्चा के बाद यह संकल्प ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। स्वामी जी के 150वें जन्म वर्ष (सार्ध-शती) के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री ने स्वयं यह संकल्प पेश किया था।