मुख्य सचिव और केन्द्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किया नक्सल हिंसा पीड़ित बस्तर संभाग का दौरा

Chief Secretary and the Central Security Adviser
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मुख्य सचिव ने संभागीय अधिकारियों की बैठक में की योजनाओं की समीक्षा

भवन, सड़क, पुल-पुलियों के काम में सतर्कता और गुणवत्ता जरूरी : श्री सुनिल कुमार

रायपुर 20 जनवरी 2014

प्रदेश सरकार  के मुख्य सचिव श्री सुनिल कुमार और केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सुरक्षा सलाहकार श्री के.विजय कुमार ने आज राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित बस्तर संभाग का दौरा किया। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर के कलेक्टोरेट सभा कक्ष में मुख्यसचिव श्री सुनिल कुमार ने संभाग के सभी जिलों के कलेक्टरों और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में विकास योजनाओं की समीक्षा की।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य सरकार ने बस्तर में जनजीवन की सुरक्षा के साथ शांतिपूर्ण विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। शासन की भावनाओं के अनुरूप बस्तर में निर्माण और विकास के कामकाज में अपेक्षित गति लाने के लिए सतर्कता, सजगता और संवेदनशीलता अनिवार्य है। बस्तर में पदस्थ संभागीय और जिला अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में शासन द्वारा स्वीकृत किए गए ऐसे कार्येां को गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करें। उन्होंने आसन्न लोकसभा निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए आचार संहिता लगने के पूर्व स्वीकृत कार्यों को यथाशीघ्र प्रारंभ करने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी लेकर उन्होंने इन स्थानों पर सुरक्षा के साथ निर्माण और विकास के कामों में गति और प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए हैं।

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 बैठक में राज्य सरकार के गृह, परिवहन और जलसंसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एन.के.असवाल, पुलिस महानिदेशक श्री रामनिवास, आयुक्त बस्तर संभाग श्री आर.पी.जैन, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर श्री अरूण देव गौतम, डीआईजी नक्सल ऑपरेशन बस्तर रेंज श्री के.के.सिन्हां सहित संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक तथा निर्माण और विकास विभागों के संभागीय और जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में निर्माण और विकास कार्येां की गहन समीक्षा की गयी। मुख्यसचिव ने एल.डब्ल्यू.ई. मद से स्वीकृत कार्येां में निर्माण कार्यों को सुरक्षा के साथ करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने एलडब्ल्यूई से स्वीकृत ऐसे कार्यों जिनमें सुरक्षा के साथ निर्माण कार्य किए जाने हैं, उन्हें समयसीमा में पूरा करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने बस्तर के मुख्य अभियंता लोक निर्माण, विद्युत वितरण कंपनी, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण के राष्ट्रीय राजमार्ग और सेतु निर्माण संभागों के संभागीय अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा करते हुए उन्हें यह कड़े निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्रों के स्वीकृत कार्यों को गंभीरता से लें। इसी अनुक्रम में उन्होंने भारत संचार निगम लिमिटेड के द्वारा संचार सुविधा बढ़ाये जाने के लिए स्थापित किए जाने वाले टॉवरों की स्थिति के बारे में जानकारी लेकर केन्द्र सरकार में सुरक्षा मामलों के सलाहकार श्री के.विजय कुमार से अपेक्षा की है, कि वे इस मामले में भारत सरकार के संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर उक्त कार्य को पूरा कराने में सहयेाग प्रदान करें।
बैठक में मुख्य सचिव ने केन्द्रीय बल की उपलब्धता के अनुसार उनसे सामंजस्य और समन्वय स्थापित करते हुए निर्माण और विकास कार्येां में गति लाए जाने के लिए संभाग के सातों जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में केशकाल बाईपास निर्माण, जगदलपुर, सुकमा, कोंटा, भोपालपटनम राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क मरम्मत और संभाग के जिलों में सेतु निर्माण संभाग द्वारा किए जाने वाले और किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेकर उसकी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन कामों में जिन स्थानों पर सुरक्षा बलों की आवश्यकता है, उन स्थानों के लिए आवश्यक सुरक्षा बल उपलब्ध होंगे। इस हेतु जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से यह अपेक्षा की गयी है कि वे सुरक्षा बलों की आवश्यकता का आकलन कर सीआरपीएफ से समन्वय और सामंजस्य स्थापित कर ऐसे कार्यों को कराएं। बैठक में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के स्कूलों के निर्माण कार्यों के बंद होने की स्थिति को संज्ञान में लेते हुए मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों से कहा कि वे इसे देखें और समय रहते इन कार्येां को पूरा कराएं। बैठक में पुलिस थानों और चौकियों के स्थापना और इससे संबंधित होने वाले निर्माण कार्येां की भी जानकारी लेकर उसकी भी समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव ने बस्तर के मैदानी इलाकों में स्वीकृत किए गए कार्येां की भी जानकारी ली और उसकी समीक्षा की।