बस्तर में खुलेगा आदिवासी संग्रहालय : राज्य के हर विकासखण्ड में पांच सौ सीटर ट्रायबल हॉस्टल की स्थापना की मांग

रायपुर

 

छत्तीसगढ़ के आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री केदार कश्यप ने
केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री श्री जुएल ओरांव से की मुलाकात

 

 

छत्तीसगढ़  के आदिवासी बहुल अंचल बस्तर की आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए वहां जल्द ही आदिवासी संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। आज नई दिल्ली के शास्त्री भवन में केन्द्रीय जनजाति मामलों के मंत्री श्री जुएल ओरांव तथाछत्तीसगढ़ के आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री केदार कश्यप के बीच हुई मुलाकात पर राज्य में आदिवासी संग्रहालय की स्थापना के प्रस्ताव पर केन्द्र ने अपनी सैद्धांतिक सहमति दी है। श्री कश्यप ने छत्तीसगढ़ के सभी विकासखण्ड मुख्यालयों पर आदिवासी बच्चों के लिए 500 सीटर हॉस्टल स्थापित करने की भी मांग की। श्री ओरांव ने इनकी इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को नजदीक से देखने की उनकी तीव्र इच्छा है और वे जल्द ही छत्तीसगढ़ के प्रवास पर आएंगे। मुलाकात के दौरान छŸाीसगढ़ के आदिवासी विभाग के सचिव श्री मुरूगन भी उपस्थित थे।
श्री कश्यप ने कहा कि राज्य के बस्तर में आदिवासी कला व संस्कृति के संरक्षण व विकास को ध्यान में रखते हुए एक गांव के आकार में यहां आदिवासी संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। यहां पर आदिवासियों की संस्कृति व कला के हर आयाम को बड़ी ही बारीकी से कलात्मक रूप में प्रस्तुत किया जायेगा। राज्य में आदिवासी रिसर्च संस्थान की स्थापना के प्रस्ताव पर भी केन्द्रीय मंत्री ने इसे जल्द स्वीकृति किये जाने का आश्वासन दिया। श्री कश्यप ने केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बताया कि राज्य में कई जनजातियां मात्रात्मक त्रुटि के कारण संविधान के तहत अनुसूचित जनजातियों को मिलने वाले लाभ से वे वंचित है। केन्द्रीय मंत्री ने से गंभीरता से लेते हुए इसमें जल्द से जल्द सुधार किये जाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिये।