सिपाही से डिप्टी कलेक्टर तक का सफ़र: अधिकारीयों को सैल्यूट मारने वाले सिपाही को अब मिलेगा सैल्यूट, पढ़िए क्या हैं सफलता की कहानी.?

Constable Became Deputy Collector: लगातार 10 वर्षों तक कॉन्स्टेबल बनकर अधिकारियों का करते रहे सैल्यूट, अब उसे साथी कांस्टेबल के अलावा अधिकारी भी करेंगे सैल्यूट। दरअसल, कल यानी गुरुवार को देर रात CGPSC ने PSC2021 का परिणाम जारी कर दिया हैं। इस परिणाम में एक नाम महेंद्र कुमार सिदार का भी हैं। जिनका चयन डिप्टी कलेक्टर के रूप में हुआ हैं। महेंद्र कुमार सिदार का 2013 में छत्तीसगढ़ पुलिस में आरक्षक के पद में हुआ था। सिपाही की ड्यूटी के दौरान भी पढ़ाई से उनका वास्ता बना रहा था। महेंद्र कुमार सिदार की वर्तमान पोस्टिंग डीएसबी रायगढ़ में हैं। कांस्टेबल की इस कामयाबी पर पुलिस महकमा भी गर्वान्वित हैं। स्वयं एडिश्नल SP संजय महादेवा ने कांस्टेबल महेंद्र कुमार सिदार को बधाई दी।

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के कांटाहरदी के रहने वाले महेंद्र कुमार सिदार 12वीं पास होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड में पॉलिटेक्निक कर वर्ष 2013 में आरक्षक के पद पर रायगढ़ जिले में नियुक्त हुए थे। 2018 में BSc से स्नातक परीक्षा पास किए। इसके बाद से वे CGPSC की तैयारियों में लगे रहें। महेंद्र कुमार सिदार बताते हैं कि, उनके छोटे भाई आलेख राम सिदार वर्ष 2014 में PSC परीक्षा पास कर वर्तमान में जिला कोण्डागांव में सहायक आयुक्त (आबकारी) के पद पर पदस्थ हैं। जो उनके प्रेरणा स्त्रोत और मार्गदर्शक रहे हैं। जिनसे प्रेरणा लेकर महेंद्र सेल्फ स्टडी कर अपने चौथे प्रयास में सफल हुये हैं।

इसके पहले लगातार तीन बार PSC का परीक्षा दिए, लेकिन, तब महेंद्र कुमार सिदार प्रारंभिक परीक्षा तक पास नहीं कर पाए थे। लेकिन, वे लगातार अपनी तैयारियों में लगे रहे और वर्ष 2021 पीएससी परीक्षा में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों उत्तीर्ण किया। उन्हें विश्वास था कि, उनका चयन इस बार अवश्य होगा और वे ओव्हर ऑल 139 रैंक के साथ अपने वर्ग में 5वां स्थान लाने में सफल रहे और इनका डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ हैं। महेंद्र कुमार सिदार ने बताया कि, उसकी पत्नी पुष्पा सिदार सहायक ग्रेड-2 के पद पर अंबिकापुर मंत पदस्थ हैं। जो उनके पुत्र वल्लभ सिदार के साथ रहती हैं, और बड़े भाई नागेश सिदार सारंगढ़ तहसील कार्यालय में पदस्थ हैं।