किसान का बेटा बना डीएसपी, अथक प्रयासो ने दिलाई सफलता

फटाफट न्यूज़/सीतापुर || अनील उपाध्याय

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सरगुजा...सब्जी की खेती से होने वाली सीमित आय से बेटे को उच्च शिक्षा दिला ऊंचे पद पर बैठाने का किसान का सपना साकार हुआ। किसान के बेटे ने पूरी लगन के साथ अथक प्रयास करते हुए अपने पिता के सपनो को साकार कर दिखाया। किसान के बेटे ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा जारी 2021 के परीक्षा परिणाम में 26वां स्थान हासिल किया हैं। इस सफलता के साथ ही उनका चयन डीएसपी पद के लिए हुआ हैं। इनकी इस सफलता से माता पिता की खुशी का ठिकाना नही हैं।

यह उपलब्धि ग्राम राधापुर धौरापारा निवासी किसान मुनेश्वर सिंह के पुत्र भुजेंद्र सिंह ने हासिल की हैं। पेशे से किसान पिता ने हमेशा से बेटे को उच्च शिक्षा दिला ऊंचे पद पर बैठाने का सपना देखा करते थे। किसान पिता के इस सपने को उनके पुत्र भुजेंद्र सिंह ने पूरा कर दिखाया। भुजेंद्र कि प्रारंभिक शिक्षा गाँव के सरकारी स्कूल से शुरू हुई।माध्यमिक शिक्षा सेंट मोंटफोर्ट स्कूल बनेया एवं हायर सेकंडरी स्कूल की पढ़ाई इंदिरा गांधी हायर सेकंडरी स्कूल सीतापुर से पूरी की। पी जी कॉलेज अंबिकापुर से कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद ये प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुट गए थे।

इसी बीच इनका चयन जुलाई 2022 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जुमेकेला कांसाबेल जिला जशपुर में सहायक अध्यापक विज्ञान प्रयोगशाला के लिए हो गया। यहाँ सेवारत होने के बाद भी ये अपनी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी जारी रखी।प्रतियोगी परीक्षा के पहले प्रयास में इन्होंने प्री निकाला। दूसरे प्रयास में प्री और मेंस में सफलता पाने के बाद इंटरव्यू में चूक गए। तीसरे प्रयास में भी प्री एवं मेंस निकालने के बाद इंटरव्यू में असफल हो गए। इसके बाद भी इन्होंने हौसला नही खोया और पूरी तैयारी के साथ चौथी बार भी अपनी किस्मत आजमाई। इस बार किस्मत ने उनका साथ दिया और वो 26वाँ स्थान हासिल करते हुए डीएसपी पद के लिए चुन लिए गए। इनकी इस उपलब्धि पर माता पिता की खुशी का ठिकाना नही हैं। वही गांव वाले भी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। डीएसपी पद के लिए चुने गए भुजेंद्र ने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं खुद की मेहनत को दिया हैं।

छोटे से गाँव राधापुर धौरापारा से आने वाले किसान परिवार के भुजेंद्र सिंह ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों को संदेश देते हुए कहा कि हारने वाले कि जीत होती हैं। बार-बार मिलने वाला हार हमे अनुभव देता हैं। जो आगे चलकर हमारे जीत का मार्ग प्रशस्त करती हैं।सफलता के लिए प्रयास करते रहना चाहिए।लगातार प्रयास से एक दिन सफलता अवश्य मिलती हैं।